एविएशन कंसलटेंट दीपक तलवार के यहां 22 जून को मारे गए छापे में प्राप्त दस्तावेजों में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह का नाम सामने आया है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की जांच यूनिट द्वारा तलवार की ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई थी। कुछ नष्ट की गई फाइलों से प्राप्त डेटा में सामने आया है कि दिग्विजय सिंह और उनके परिवार की अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्राओं को लगातार अपग्रेड किया गया, जिसमें से ज्यादातर यात्राएं अमीरत एयरलाइंस से की गई।

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के सूत्रों के मुताबिक इस दौरान टिकट की कीमतों को भी अपग्रेड किया गया है। इस संबंध में दिग्विजय सिंह से पूछने पर उन्होंने संडे एक्सप्रेस को बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें इस तरह की जांच की जानकारी दी है। लेकिन  इनकम डिपार्टमेंट की ओर से न तो इस मामले में उनसे संपर्क किया गया है और न ही पूछताछ के लिए किसी तरह का नोटिस भेजा गया है।

कांग्रेस नेता के करीबी सूत्रों के मुताबिक ज्यादातर अपग्रेड दिल्ली से हॉस्टन सेक्टर के लिए 2009 के बाद किए गए हैं। वहीं सीबीआई के पूर्व डॉयरेक्टर रंजीत सिंह और नीरा राडिया टेप में सामने आए दीपक तलवार की ओर से इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। उन्होंने कॉल और मैसेज का कोई जवाब नहीं दिया है। तलवार के ठिकानों पर मारे गए छापे में प्राप्त डॉक्यूमेंट्स और अकाउंट बुक से पता चलता है कि उनके एनजीओ अडवांटेज इंडिया को 2012 से 2015 के दौरान सीएसआर फंड (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी फंड) के नाम पर करीब 143 करोड़ रुपए मिले हैं। आयकर विभाग जून 2012 से अप्रैल 2015 के बीच मिसाइल बनाने वाली यूरोप की अग्रणी कंपनी एमबीडीए और विमानन कंपनी ईएडीएस (अब एयरबस) से एडवांटेज इंडिया को मिले धन की जांच कर रहा है। 2014 में ईएडीएस का एयरबस ग्रुप में पुनर्गठन किया गया था।

तलवार ने दावा किया था कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। केस से जुड़े पहलुओं एयरलाइंस अपग्रेड, डिफेंस कंपनियों द्वारा दिए गए फंड सभी जांच के दायरे में हैं। दिग्विजय सिंह से जब पूछा गया कि अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए लगातार अपग्रेड्स के लिए पैसे नहीं लेना फेवर नहीं है, तो इस पर उन्होंने कहा, ‘मैं इस तरह के सवालों का जवाब देना जरुरी नहीं समझता।’