महाराष्ट्र में शिवसेना के दो फाड़ होने के बाद एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के बीच वाकयुद्ध जारी है। दोनों ही नेता एक-दूसरे पर तंज कसते थकते नजर नहीं आ रहे हैं। अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को अपने पुराने बॉस व शिवसेना यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से कहा कि वे उनका मजाक उड़ाना बंद कर दें नहीं तो वो ठाकरे से जुड़े खुलासे करने लगेंगे।

जलगांव के पचोरा तालुका में एक सभा को संबोधित करते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि हाल ही में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित किए गए जी20 डिनर कार्यक्रम में ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक से उनका छोटा संवाद हुआ। इस दौरान ऋषि सुनक ने उनसे UT को लेकर सवाल किया।

एकनाथ शिंदे ने कहा, “ऋषि सुनक ने मुझसे पूछा UT कैसे हैं? जब मैंने पूछा कि वह UT के बारे में मुझसे सवाल क्यों कर रहे हैं तो सुनक ने मुझसे कहा कि UT हर साल लंदन जाते हैं, संपत्ति बनाते है और आरामदायक यात्राएं करते हैं।” इस दौरान उन्होंने जनसभा में आए लोगों से पूछा कि क्या वो UT को जानते हैं।

उद्धव ने जलगांव में ही उड़ाया था शिंदे का मजाक

आपको बता दें कि बीते 10 सितंबर को जलगांव में एक रैली के दौरान उद्धव ठाकरे ने सीएम द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट की गई एक तस्वीर को लेकर उनका मजाक उड़ाया था। इस तस्वीर में सीएम और ब्रिटिश पीएम नजर आ रहे हैं। उद्धव ने कहा, “दोनों ने एक दूसरे से क्या कहा होगा और किस भाषा में बात की होगी?

जलगांव में ही उद्धव ठाकरे पर पलटवार करते हुए एकनाथ शिंद ने कहा, “मैंने भारतीय मूल के सुनक को ब्रिटेन का पीएम बनने पर बधाई दी। मेरे राजनीतिक विरोधी जलन की वजह से ऐसी टिप्पणी कर रहे हैं। मुझे कुछ ऐसी बातें बताने के लिए न उकसाएं जो आपको पाटनकर काढ़ा (पेट की बीमारियों के लिए बनाई गई आयुर्वेदिक दवा) लेने के लिए मजबूर कर दें।”

‘मानसिक संतुलन खो चुके हैं उद्धव ठाकरे’

इस दौरान एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके सियासी विरोध सत्ता से बाहर होने के बाद अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। उन्होंने कहा, “लगता है कि मेरी सरकार को ऐसे लोगों के इलाज के लिए ‘अब डॉक्टर आपके द्वार पर’ प्रोग्राम चलाना होगा। सभा को संबोधित करते हुए सीएम ने किसानों को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार राज्य में कम बारिश की वजह से उत्पन्न होने वाले परिदृश्य पर नजर रख रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले दिनों बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों की मदद की थी।