हरियाणा के रोहतक में जेल में बंद डेरा सच्चा सौदा के मुखिया गुरमीत राम रहीम से सोमवार को उनकी दत्तक बेटी प्रियंका तनेजा उर्फ हनीप्रीत इंसान ने मुलाकात की। 2017 में गुरमीत राम रहीम पर दोषसिद्ध होने के बाद से दोनों के बीच यह पहली मुलाकात है। जेल के अफसरों के मुताबिक दोनों के बीच जेल में 40 मिनट तक बातचीत हुई। इस दौरान उनका एक वकील भी मौजूद था। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि इसमें सरकार का कोई लेना-देना नहीं है। कानून के हिसाब से बंदी से कोई भी मुलाकात कर सकता है।
मुलाकात पर सिरसा के अधिकारियों ने जताई चिंता : सूत्रों के मुताबिक उच्च सुरक्षा वाले रोहतक जेल में राम रहीम के साथ हनीप्रीत की मुलाकात पर सिरसा के अधिकारियों ने चिंता जताई है। हालांकि सरकार के उच्च स्तर के अफसरों के मुताबिक इस तरह की मीटिंग के लिए सरकार से अनुमति की जरूरत नहीं होती है। 25 अगस्त 2017 को जब मामले में फैसला सुनाया गया था, तब हनीप्रीत राम रहीम के साथ डेरा मुख्यालय से पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत में गई थी। डेरा प्रमुख की सजा के बाद वह उनके साथ सुनारिया जेल भी हेलिकॉप्टर से गई थी। डेरा सच्चा सौदा मुखिया के खिलाफ दोष सिद्ध होने के बाद पंचकुला, सिरसा और पंजाब के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क उठी थी।
Hindi News Today, 10 December 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
हनीप्रीत पर लगे थे हिंसा भड़काने के आरोप : हनीप्रीत पर हिंसा भड़काने के आरोप में केस दर्ज हुआ था, लेकिन वह फरार हो गई थी। उस पर पंचकूला कोर्ट कॉम्प्लेक्स में पुलिस की हिरासत से राम रहीम को छुड़ाने की कोशिश के दौरान डेरा अनुयायियों को कथित तौर पर हिंसा के लिए भड़काने का आरोप है।
एक महीने पहले ही हनीप्रीत को मिली जमानत : पुलिस ने अदालत से राम रहीम के भागने की साजिश रचने के लिए हनीप्रीत पर राजद्रोह के आरोप मे केस भी दर्ज किए थे। उसे 3 अक्टूबर, 2017 को गिरफ्तार किया गया था और अंबाला जेल में रखा गया था। एक महीने पहले ही हनीप्रीत को जमानत मिली थी। कोर्ट ने उसे और 44 अन्य लोगों से सरकार के खिलाफ हिंसा फैलाने के आरोप भी हटा लिए थे। इस हिंसा में 41 लोगों की मौत हो गई थी और कई दर्जन लोग घायल हो गए थे। कोर्ट के आदेश के बाद आरोपियों के एक वकील ने बताया कि सबूत के अभाव में आरोप वापस लिए गए हैं।