डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को एक बार फिर पैरोल मिल गई है। उसको मंगलवार सुबह ही जेल से रिहा किया गया है। जेल प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक राम रहीम पैरोल के 30 दिनों में से शुरुआती के 10 दिन अपने सिरसा स्थित आश्रम में रहेगा जबकि बाकी के 20 दिन बागपत में रहने वाले हैं। उन्हें मंगलवार सुबह करीब 5.30 बजे रोहतक की सुनारिया जेल से रिहा किया गया। जिसके बाद वो 7.30 बजे वो अपने सिरसा स्थित आश्रम पहुंच गया। उसके साथ हनीप्रीत भी थी।

जेल से मिली पैरोल को लेकर राम रहीम का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील जितेंद्र खुराना ने कहा है कि यह पैरोल कानून के तहत मिली है। वैसे कानून के मुताबिक राम रहीम को 70 दिन के लिए पैरोल दी जा सकती है। साथ ही वकील ने ये भी कहा है कि इस पैरोल को किसी राजनीतिक आयोजन या फिर चुनाव से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।

हिंसा के दौरान बहुत लोगों की हुई थी मौत

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गुरमीत राम रहीम अगस्त 2017 से रोहतक के सुनारिया जेल में सजा काट रहा है। डेरा प्रमुख को पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने 25 अगस्त 2017 को साध्वियों के बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया था। जिसके लिए कोर्ट ने 20 साल कारावास की सजा सुनाई थी। राम रहीम को बलात्कार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद हरियाणा और पंजाब में हिंसा भड़क गई थी। जिसमें करीब 40 लोगों की मौत हो गई थी।

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दिल्ली चुनाव अपने अंतिम चरण की ओर बढ़ता जा रहा है। पांच फरवरी को दिल्ली में मतदान होना है। ऐसे चुनाव से ठीक आठ दिन पहले गुरमीत राम रहीम को रिहा करने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। डेरा प्रमुख को पैरोल पहली बार नहीं मिला है। इसके पहले उसको 11 बार पैरोल पर रिहा किया जा चुका है। राम रहीम को हरियाणा चुनाव से 3 दिन पहले ही 20 दिन की पैरोल दी गई थी। इसके साथ ही लोकसभा चुनाव से पहले भी 50 दिन के लिए रिहाई दी गई थी।