कर्नाटक में सरकार गठन का रास्ता साफ हो चुका है। राज्य में सिद्धारमैया सीएम पद संभालेंगे जबकि डीके शिवकुमार डिप्टी होंगे। इससे पहले डीके शिवकुमार सीएम पद के लिए अड़े हुए थे लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे उन्हें मनाने में सफल रहे हैं। कर्नाटक की तरह अन्य राज्यों में भी डिप्टी सीएम पद पद को मौटे तौर पर सुलह के उपाय माना जाता है।

वर्तमान में देश के कम से कम 11 राज्यों में डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों में गठबंधन की सरकार है। यहां के चार राज्यों में डिप्टी सीएम पद की व्यवस्था की गई है। आंध्र पद्रेश में सबसे ज्यादा डिप्टी सीएम हैं। यहां राजन्ना डोरा पीडिका, बूदी मुत्याला नायडू, कोट्टु सत्यनारायण, के नारायण स्वामी और अमजथ भाषा शेख बेपारी डिप्टी सीएम पद पर हैं।

देश में सबसे ज्यादा जनसंख्या वाले यूपी में इस समय दो डिप्टी सीएम हैं। यहां केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक को डिप्टी सीएम बनाया गया है। यूपी की राजनीति पर नजर रखने वालों का कहना है कि राज्य में योगी प्रशासन पर पूरी तरह पकड़ रखते हैं, ऐसे में मौर्य और पाठक को डिप्टी सीएम बनाए जाना विभिन्न जातियों को साधने के रूप में देखा जाता है।

बात अगर देश में सबसे लंबे समय तक डिप्टी सीएम रहने की करें तो यहा रिकॉर्ड बीजेपी नेता सुशील मोदी के नाम पर जाता है। सुशील मोदी करीब एक दशक तक बिहार के सीएम और जेडीयू सुप्रीम नीतीश कुमार के डिप्टी रहे हैं। वह नवंबर 2005 से जून 2013 तक और जुलाई 2017 से दिसंबर 2020 तक डिप्टी सीएम रहे हैं।

गठबंधन सरकार

हरियाणा में जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला मनोहर लाल खट्टर की सरकार में डिप्टी सीएम हैं। राज्य 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत न मिलने के बाद उन्होंने सरकार को समर्थन दिया, जिसके बाद बेहद युवा होने के बाद भी उन्हें डिप्टी सीएम पद दिया गया। इसकी एकमात्र वजह उनकी पार्टी का किंग मेकर बनकर उभरना था। हालांकि राज्य से लगातार बीजेपी-जेजेपी के बीच खराब रिश्तों की खबरें आती रहती हैं। कहा तो ये भी जा रहा है कि दोनों दल अगला चुनाव एकसाथ नहीं लड़ेंगे।

इसी तरह से महाराष्ट्र में शिंदे सेना और बीजेपी के बीच में व्यवस्था की गई है। यहां बीजेपी बड़ी पार्टी जरूरी है लेकिन सीएम पद एकनाथ शिंदे को दिया गया क्योंकि वो शिवसेना को तोड़ने में सफल रहे, जिस वजह से महा विकास अघाड़ी सरकार गिर गई। देवेंद्र फडणवीस इस सरकार में डिप्टी सीएम बने। महाराष्ट्र की राजनीति को समझने वालों का कहना है कि फडणवीस के हाथ में ही इस सरकार का असल रिमोट कंट्रोल है।

अब बात करते हैं बिहार की। यहां महागठबंधन की सरकार है। नीतीश सीएम हैं और राजद के तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम हैं। बिहार में नीतीश बीजेपी को छोड़ महागठबंधन में शामिल हुए। इसके बाद नई व्यवस्था में तेजस्वी यादव उनके डिप्टी बने। अब बिहार की राजनीति से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि नीतीश कुमार 2024 के लिए दिल्ली का रुख कर सकते हैं जबकि तेजस्वी उनकी कुर्सी संभाल सकते हैं।

एक नजर हाल के चुनावों पर

नागालैंड में एनडीपीपी और बीजेपी ने सरकार बनाई। यहां एनडीपीपी के Neiphiu Rio मुख्यमंत्री के रूप में लौटे जबकि TR Zeilang डिप्टी सीएम बने। हिमाचल में पिछले साल कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। यहां सुखविंदर सिंह सुक्खू सीएम बनाए गए जबकि मुकेश अग्निहोत्री को डिप्टी सीएम पद दिया गया। ऐसा हिमाचल में पहली बार हुआ।

कुछ जगहों पर समस्याएं ही समस्याएं

राजस्थान में 2018 चुनाव के बाद अशोक गहलोत सीएम बने थे जबकि सचिन पायलट डिप्टी सीएम बनाए गए। राज्य में शुरू से दोनों नेताओं के बीच विवाद देखने को मिला। अब कर्नाटक में कांग्रेस के सामने सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच सबकुछ ठीक रखना एक चैलेंज होगा।

डिप्टी सीएम पोस्ट की कानूनी स्थिति?

मुख्यमंत्री और मंत्री पद की तरह , डिप्टी सीएम कोई संवैधानिक पोस्ट नहीं है। यह राज्य के किसी भी अन्य कैबिनेट मंत्री की तरह ही एक पद है औऱ इस पद पर भी कैबिनेट मंत्री पद वाले लाभ मिलते हैं। एक कैबिनेट मंत्री को मिलने वाली सैलरी टैक्स फ्री होती है औऱ डिप्टी सीएम के केस में भी यही लाभ मिलता है। ऐसा ही डिप्टी पीएम पद को लेकर भी है। सरदार वल्लभ भाई पटेल नेहरू सरकार में पहले डिप्टी पीएम थे।

डिप्टी पीएम औऱ डिप्टी सीएम पद आर्टिकल 75 में मेंशन नहीं हैं। आर्टिकल 75 यूनियन काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स और आर्टिकल 164 स्टेट काउंसिल ऑफ मिनिस्टर्स के मामलों को डील करता है। साल 1989 में हरियाणा के देवी लाल चौधरी को वीपी सिंह की सरकार में डिप्टी सीएम बनाया गया था, तब उनकी नियुक्ति को इस आधार पर अदालत में चुनौती दी गई थी कि “उन्हें दिलाई गई शपथ संविधान के अनुसार नहीं थी”। तब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने देवी लाल की नियुक्ति को बरकरार रखा था। तब सुप्रीम कोर्ट ने अटार्नी जनरल के बयान पर उन्हें मंत्रिपरिषद में शामिल अन्य मंत्रियों की तरह ही बताया था।