पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में अतिक्रमण-रोधी अभियान के विरोध में 20 अज्ञात लोगों ने कथित तौर पर बसों में तोड़-फोड़ की।

यहां एक मंदिर के अतिक्रमण किए गए हिस्से को हटाने के लिए संबंधित विभाग ने एक दल को भेजा था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में पुलिस ने शकरपुर थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ दंगा करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। इनकी पहचान अभी बाकी है।

प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर कागजों के कई बंडलों, टायर इत्यादि में आग लगा दी और उन्हें सड़क पर फेंक दिया जिस कारण यातायात भी बाधित हुआ। स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए प्रियदर्शिनी विहार स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर के प्रवेश और निकास मार्गों पर पुलिस दल को तैनात किया गया। लेकिन प्रदर्शनकारी मुख्य सड़क पर कथित तौर पर हंगामा करते रहे और तोड़-फोड़ की।

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पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले वे सभी वहां से भाग निकले। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि यह प्रदर्शनकारी किसी विशेष दक्षिणपंथी चरमपंथी संगठनों के सदस्य थे।

यह आसपास के क्षेत्र से थे और इनमें स्थानीय लोगों की संख्या कम ही थी। अधिकारी ने बताया कि अंत में अतिक्रमण हटाने का कार्य पूरा नहीं हो सका। इस मसले पर अतिक्रमण हटाने वाले संबद्ध निकाय से कोई संपर्क नहीं हो पाया।