दिल्ली सरकार के आशा किरण शेल्टर होम में 20 दिनों में 13 बच्चों की मौत हो गई है। बच्चों की मौत को लेकर फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया गया है। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
दिल्ली के रोहिणी इलाके में दिल्ली सरकार का आशा किरण शेल्टर होम है। जहां महज 20 दिन के भीतर ही 13 बच्चों की मौत हो गई है। इसको लेकर आतिशी ने कहा कि उनको मीडिया रिपोर्ट्स से जानकारी मिली है कि दिल्ली के रोहिणी स्थित आशा किरण शेल्टर होम में 13 बच्चों की मौत हुई है। बच्चों की मौत को लेकर कहा जा रहा है कि उनकी मौत कुपोषण और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं रही हैं। इस बात से ये पता चलता है कि बच्चों को उचित सुविधाएं नहीं मिल पार रही हैं।
इसके साथ ही आतिशी ने यही कहा कि ये खबर बहुत आश्चर्य करने वाला है। क्योंकि देश की राजधानी दिल्ली में इस तरह की घटनाएं हो रही है। लेकिन अगर ये घटना सच है तो इसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह एक गंभीर मुद्दा है। इसकी गहन जांच की जानी चाहिए। जांच के लिए आतिशी ने आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने के 48 घंटे के भीतर ही रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया गया है। जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
फैक्ट फाइंडिग टीम करेगी जांच
शेल्टर होम में बच्चों की मौत को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि रोहिणी स्थित आशा किरण शेल्टर होम की जांच के लिए फैक्ट फाइंडिग टीम भेजा जा रहा है। यह टीम शेल्टर होम से जुड़े सभी अधिकारियों और लोगों से मुलाकात करेगी, इसके साथ ही बच्चों के मौत का पता लगाने की कोशिश करेगी।
शेल्टर होम में इस साल अभी तक कुल 27 बच्चों की मौत हो चुकी है। जबकि बीते 20 दिनों के भीतर ही 13 बच्चों की मौत हुई है। इस मामले को लेकर एसडीएम का कहना है कि बच्चों के मौत का आंकड़ा बहुत ज्यादा है। लेकिन अभी कारणों का पता नहीं चल पाया है। जिसकी जांच चल रही है। इस मामले पर आतिशी के बाद दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। सभी पर कार्रवाई होगी।