दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। लेटेस्ट अपडेट यह है कि यमुना नदी का पानी पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित यमुना बाजार के रिहायशी इलाके में प्रवेश कर गया है। हालातों का जायजा लेने के लिए दिल्ली की मुख्यमंत्री खुद मंगलवार सुबह यहां पहुंंचीं।
यमुना बाजार में मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। सुबह जलस्तर 206 मीटर के करीब था, लेकिन अभी तक यह इस स्तर को पार नहीं कर पाया है। एक – दो दिन में पानी कम हो जाएगा। हम यहां भोजन-पानी और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है।
दिल्ली में बाढ़ से निपटने के लिए जरूरी कदम उठा रहा प्रशासन
दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर मंगलवार सुबह आठ बजे 205.79 मीटर तक पहुंच गया, जो निकासी स्तर 206 मीटर से थोड़ा कम है। नदी का जलस्तर सोमवार दोपहर को 205.55 मीटर तक पहुंच गया था, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर गया था और तब से जलस्तर में वृद्धि हो रही है।
अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और सभी संबंधित एजेंसियों को बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने को कहा गया है। केंद्रीय बाढ़ कक्ष के एक अधिकारी ने बताया, “यमुना का जलस्तर मुख्यतः वज़ीराबाद और हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण बढ़ रहा है।”
बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, वर्तमान में हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे लगभग 38,361 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है और वजीराबाद बैराज से हर घंटे 68,230 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़े गए पानी को दिल्ली पहुंचने में आमतौर पर 48 से 50 घंटे लगते हैं। ऊपरी इलाकों से कम पानी छोड़े जाने से भी जलस्तर बढ़ रहा है, जो दिल्ली में चेतावनी के निशान के करीब पहुंच गया है।
नोएडा के कुछ गांवों पर बाढ़ का खतरा
यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से गौतमबुद्ध नगर जिले के कुछ गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इसे देखते हुए गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने जेवर और रबूपुरा क्षेत्र में पांच स्थानों पर बाढ़ चौकियां स्थापित की हैं।
अधिकारियों के अनुसार, गौतमबुद्ध नगर जिले में यमुना नदी से सटे गांव जैसे फलैदा खादर, करौली बांगर, मेहंदीपुर, सिरौली बांगर, पलाहका और बेगमाबाद आदि के पास नदी का पानी खेतों की ओर बढ़ने लगा है। जेवर के तहसीलदार ओमप्रकाश पासवान ने बताया, “सभी बाढ़ चौकियां और नियंत्रण कक्ष सक्रिय कर दिए गए हैं। जेवर में पांच स्थानों – प्राथमिक विद्यालय नेवला, प्राथमिक विद्यालय झुप्पा, शिव मंदिर भाईपुर ब्रह्मनान, उच्च प्राथमिक विद्यालय फलैदा बांगर और जनता इंटर कॉलेज जेवर में बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं।”
(इनपुट – ANI/ भाषा)
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