राजधानी दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हो रही हिंसा पर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया है।स्वामी ने दिल्ली में सेना बुलाने की सलाह दी है। स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा है, उन्होंने ट्वीट किया है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को अमित शाह को सीएए विरोधी हिंसा से निपटने के लिए सेना बुलानी चाहिए। अगर अमित शाह सहमत होते हैं तो इससे लोकतांत्रिक मूल्यों को भले ही नुकसान हो लेकिन हमारे लोकतंत्र को बचाने का यही रास्ता है। सीएए का विरोध देश विरोधी है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का भी कुछ ऐसा ही कहना है। उन्होंने लिखा है, ‘उत्तर पूर्व दिल्ली में हालात और खराब होते जा रहे हैं।अगर पीएम को शांति स्थापित करनी है, तो यहां सेना को तैनात करना चाहिए। पुलिस अपनी ड्यूटी निभाने में असफल रही हैऔर भीड़ के साथ ही मिल गई है। लोगों की जिंदगी बचाने का अब सिर्फ एक ही रास्ता है कि इलाके को आर्मी के हवाले कर दिया जाए।
Rajnath Singh should advise Amit Shah to call for the Army to deal with Anti CAA violence. If Amitji agrees it will be a blow to our democratic tradition but bringing to an end this violence is as important for our democracy to survive. Anti CAA agitation is anti national.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) February 25, 2020
गौरतलब है कि दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा भड़क गई। खबरों के अनुसार इस हिंसा में एक पुलिसकर्मी सहित 9 लोगों की मौत हो गई हैं। वहीं दूसरी ओर, दिल्ली में हिंसा के दौरान पुलिस की विफलता पर दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को केन्द्रीय गृह मंत्रालय को बताया कि उनके पास इतना पर्याप्त बल नहीं है कि वह तुरन्त हिंसा को नियंत्रित कर सके। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
दिल्ली के पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ अपनी बैठक के दौरान पर्याप्त बलों की अनुपलब्धता के बारे में जानकारी दी।एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय को बताया कि उनके पास उत्तरपूर्व दिल्ली में हिंसा को तुरन्त नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त बल नहीं था।उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय को बताया गया है कि हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में सशस्त्र पुलिस की एक बटालियन (लगभग एक हजार कर्मी) तैनात की गई है।