सोशल मीडिया पर एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग जमीन पर घायल लेते हुए हैं और उन से पुलिस ‘वंदे मातरम’ और ‘जन गण मन’ गाने को कह रही है। वीडियो मंगलवार से वायरल होना शुरू हुआ। इस क्लिप में घायल पड़े दो व्यक्तियों के परिवारों ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इसे सोमवार शाम को कर्दम पुरी में शूट किया गया था जब पुलिस पूर्वोत्तर दिल्ली में हिंसा को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही थी।
कर्दम पुरी के रहने वाले फैजान ने एलएनजेपी अस्पताल में दम तोड़ दिया। अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ किशोर सिंह ने कहा “उन्हें मंगलवार को अस्पताल के न्यूरोसर्जरी वार्ड में भर्ती कराया गया था और गुरुवार की सुबह उनकी मृत्यु हो गई। उन्हें बंदूक की गोली के लगी थी और गाव काफी गंभीर था।”
फैजान की मां और बहनों ने पुष्टि की कि वह वीडियो क्लिप में दिखने वाले पुरुषों में से एक था। पुलिस से जब इस मामले में सवाल पूछे गए तो डीसीपी (पूर्वोत्तर) वेद प्रकाश सूर्या ने कहा “दिल्ली पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है।” फैजान का शव पोस्टमार्टम परीक्षण के लिए एलएनजेपी अस्पताल की मोर्चरी में है और आने वाले दिनों में परिवार को सौंप दिया जाएगा।
वीडियो में दिख रहे 46 वर्षीय कौसर अली के बेटे तारिक अली ने कहा, “मुझे सोमवार रात 10 बजे के आसपास किसी का फोन आया कि मेरे पिता घायल हो गए हैं और जीटीबी अस्पताल में हैं। मैंने बाद में इस वीडियो को फेसबुक पर देखा … मेरे पिता इसमें हैं।” तारिक ने कहा कि उसके पिता एक चित्रकार हैं और वे उस दिन इंडिया गेट से अपने घर कर्दम पुरी लौट रहे थे।
इस वीडियो में असलम खान नाम का एह शख्स भी है। असलम भी कर्दम पुरी के निवासी हैं। उनके भतीजे रफीक ने दावा किया है कि वह एक मस्जिद के पास खड़े थे जब पुलिस ने आंसूगैस के गोले दागे। कुछ लोगों को पकड़ा गया क्योंकि पुलिस को लगा कि वे दंगाई हैं। सोमवार देर शाम, हमें एक फोन आया कि चाचा जीटीबी अस्पताल में है। उन्हें ज्योति नगर पुलिस स्टेशन ले जाया गया था और मंगलवार को छोड़ दिया गया।