Delhi Violence CAA Protest News Updates: दिल्ली हिंसा केस में आरोपी और AAP के पूर्व निगम पार्षद ताहिर हुसैन गुरुवार दोपहर गिफ्तार कर लिए गए। दिल्ली पुलिस में क्राइम ब्रांच के इंटर स्टेट सेल ने उन्हें अरेस्ट किया है। ताहिर के धरे जाने से ऐन पहले राजधानी स्थित साउथ एवेन्यू कोर्ट में उनकी वह याचिका खारिज कर दी गई थी, जिसमें उन्होंने सरेंडर करने को लेकर अर्जी दी थी।

हुसैन के खिलाफ तीन अलग-अलग मामलों को लेकर एफआईआर दर्ज है। उन पर IB के सिक्योरिटी असिस्टेंट अंकित शर्मा की हत्या का आरोप भी है। हफ्ते भर से वह फरार भी चल रहे थे। हालांकि, ताहिर का कहना है कि उन्हें कोर्ट पर पूरा भरोसा है और वे जांच में पूरी तरह सहायता करेंगे। एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए ताहिर ने कहा, “मुझे यह भी नहीं पता कि मेरा परिवार कहां है। मैं पूरी तरह निर्दोष हूं। मुझे तो पुलिस ने खुद बचाया था।”

दिल्ली हिंसा मामले को लेकर ताहिर के खिलाफ कुल तीन मामले दर्ज हैं। एक मामला आईबी के अधिकारी अंकित शर्मा की कथित हत्या के सिलसिले में दर्ज किया गया है। दूसरा ताहिर के घर पर मिले आपत्तिजनक सामान को लेकर है। साथ ही एक और मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (आप) ने उसके बाद हिंसा में उसकी कथित संलिप्तता के लिए उसे निलंबित कर दिया। दिल्ली में हुई हिंसा में कम से कम 42 व्यक्तियों की मौत हो गई और करीब 200 घायल हुए।

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हालांकि हुसैन ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया है। ताहिर ने कहा था, “मुझे खबरों से पता चला कि मुझ पर एक व्यक्ति की हत्या का आरोप लगाया जा रहा है। यह झूठ और निराधार है। हमारी सुरक्षा के लिए मेरा परिवार और मैं सोमवार को पुलिस की मौजूदगी में अपने घर से चले गए थे।’’

ताहिर के घर की छत से पेट्रोल बम, पत्थर और ईंटे मिली थी। उन्होंने कहा था, “मैंने हिंसा को रोकने का काम किया। मैं निर्दोष हूं। मैंने लोगों को अपनी दीवार पर चढ़ने से रोका। 24 फरवरी को पुलिस ने मेरे घर की तलाशी ली और हमें वहां से हटा दिया। बाद में हम एक सुरक्षित स्थान पर चले गए। 25 फरवरी शाम चार बजे तक पुलिस इमारत में मौजूद थी।”