उत्तर पूर्वी दिल्ली में दंगों के बाद की शांति में रविवार को उस वक्त खलल पड़ गई, जब कई इलाकों में तनाव की अफवाह फैल गई। लोगों में इतनी दहशत थी कि अफवाह के चलते कुछ ही देर में पुलिस के पास 3000 कॉल्स आ गई। खास बात ये है कि इनमें से काफी कॉल्स शाहीन बाग और उसके आसपास के इलाके से आयीं। फिलहाल दिल्ली पुलिस ने अफवाह फैलाने के आरोप में 24 लोगों को हिरासत में लिया है।
रविवार की शाम में दिल्ली के यमुनापार इलाके में हिंसा, पथराव की अफवाह फैल गई। हालांकि पुलिस ने साफ कर दिया कि यह अफवाह झूठी है और उन्होंने किसी भी तरह की हिंसा की बात को सिरे से नकार दिया। इसके साथ ही पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रविवार शाम में हिंसा की अफवाह फैलने के बाद पुलिस कंट्रोल रूम में करीब 3000 इमरजेंसी कॉल्स आयीं। इनमें से 413 कॉल्स दक्षिण पूर्वी दिल्ली, 157 दक्षिणी दिल्ली से आयीं थी। पुलिस अधिकारी ने ये भी बताया कि पीसीआर कॉल्स के अलावा कई लोगों ने खुद पुलिसकर्मियों से भी फोन कर हिंसा की खबर की पुष्टि की।
अफवाह फैलने के बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने तुरंत फील्ड में उतरकर लोगों से शांत रहने की अपील की और अफवाहों को झूठा बताया। पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए भी झूठी अफवाहों का खंडन किया।
दिल्ली पुलिस ने अफवाह फैलाने के आरोप में 2 लोगों को सेंट्रल दिल्ली, 21 लोगों को उत्तर पश्चिमी दिल्ली से हिरासत में लिया है। वहीं एक शख्स रोहिणी से हिरासत में लिया गया है। इस मामले में पुलिस ने 2 केस दर्ज किए हैं।
अफवाह के चलते डीएमआरसी ने बिना कोई वजह बताए 7 मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एक्जिट गेट बंद कर दिए। हालांकि बाद में हिंसा की बात का खंडन होने पर मेट्रो के गेट खोल दिए गए। पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखी जा रही है और अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बीते दिनों दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में अभी तक 47 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। उत्तर पूर्वी इलाके में हिंसा के बाद अब तनावपूर्ण शांति है।
