सूचना और प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार (21 अगस्त) को दिल्ली में व्हाट्सऐप के सीईओ क्रिस डेनियल्स से मुलाकात की और उन्हें तीन सलाह भी दीं। रविशंकर प्रसाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”व्हाट्सऐप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म भी बन रहा है और एक प्रकार से इसका दुरुपयोग भी हो रहा है, विशेष रूप से मॉब लिंचिंग के मामले में, रिवेंज पॉर्न के मामले में, इसके मामले में आपको इसका तकनीकि रास्ता निकालना पड़ेगा और इसलिए मैंने ये विशेष रूप से उनसे आग्रह किया कि आप अपना एक शिकायत अधिकारी हिंदुस्तान में रखिए, जिसका पूरा सिस्टम हो, जहां लोग अपनी शिकायत को बता सकें, दूसरा कि व्हाट्सऐप को भारतीय कानून का पालन करना पड़ेगा, इसका सिस्टम आप बनाइये और तीसरा कि आप एक ग्लोबल इकाई हैं लेकिन आपको हिंदुस्तान में भी अपनी कॉरपोरेट इकाई को स्थापित करना पड़ेगा, ताकि कानूनों के अनुपालन की सुविधा हो सके। ये हमारी तीन मुख्य रूप से बातें थीं।”
केंद्रीय मंत्री ने आगे कि व्हाट्सऐप के सीईओ मे उन्हें बताया कि वह बताई गई बातों का पूरा अनुपालन करेंगे, भारतीय कानून का अनुपालन करेंगे और भारत में शिकायत अधिकारी रखेंगे। प्रसाद ने कहा, ”हमारी ओर से ये भी कहा गया कि तकनीकि उपाय आपको निकालना पड़ेगा। अगर एक ही दिन, एक ही प्रदेश में, एक ही जिले में, लाखों वहाट्सऐप मैसेज सर्कुलेट होते हैं, जिससे अपराध होता है तो इसका आपको रास्ता निकालना पड़ेगा तकनीक रूप से।”
CEO of Whatsapp Chris Daniels met IT Minister @rsprasad. IT Minister appreciated the role of Whatsapp in empowering people and also shared country's concerns about misuse of #Whatsapp and requested him to take suitable steps to address those concerns. pic.twitter.com/xiBFGh4Bq8
— RSPrasad Office (@OfficeOfRSP) August 21, 2018
2nd- you must have a proper compliance of Indian laws.We won’t appreciate a scenario where any problem will have to be answered in America. 3rd- WhatsApp has become an important component of India’s digital storage & must have a proper corporate entity located in India: RS Prasad pic.twitter.com/ILifiRJvaF
— ANI (@ANI) August 21, 2018
प्रसाद ने सीईओ से मुलाकात के दौरान व्हाट्सऐप की तारीफ भी की। एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा कि असाधारण तकनीक जागृति से व्हाट्सऐप ने देश में शिक्षा, स्वास्थ्य और केरल के राहत कार्यों में सहभागिता निभाई है, जिसके लिए उसको बधाई। बता दें ऐसी बातें सामने आती रही हैं कि हिंसक संदेशों को फैलाने के लिए भी व्हाट्सऐप का इस्तेमाल किया गया, जो कहीं न कहीं मॉब लिंचिंग की घटनाओं की वजह रहे। सरकार पहले भी आश्वस्त करती रही है कि वह सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर लगाम लगाने की हर संभव कोशिश कर रही है।
