दिल्ली के तुगलकरोड इलाके में ट्रैफिक पुलिस के एक हवलदार ने चालान काटने के नाम पर हुई बहसबाजी में एक महिला पर ईंट से हमला कर घायल कर दिया। पुलिस आयुक्त ने महिला की शिकायत पर आरोपी हवलदार सतीश चंद्र को गिरफ्तार कर तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। इस संबंध में दिल्ली के तुगलक रोड थाने में मामला दर्ज किया गया है। राजनीतिक दलों ने इस घटना की निंदा की है।

पीड़ित महिला रमनजीत कौर का कहना है कि वे अपने बच्चों के साथ स्कूल में अभिभावक-शिक्षक बैठक में शामिल होकर घर लौट रही थीं। इस दौरान गोल्फ लिंक, आर्क विशप रोड पर ट्रैफिक पुलिस के हवलदार सतीश चंद्रा ने उन्हें रोका और लाल बत्ती पार करने का आरोप लगाकर चालान काटने को कहा।

वीडियो में देखें दिल दहला देने वाली हरकत…

महिला के मुताबिक चालान बिना रसीद के देने पर ही पूरा विवाद हुआ। महिला के मुताबिक दोनों के बीच बहस हुई। इसके बाद आरोपी पुलिसकर्मी ने उनकी स्कूटी तोड़ दी और उस पर ईंट से हमला किया। महिला का आरोप है कि पुलिसवाला उससे चालान कटवाने के बदले रिश्वत मांग रहा था। रिश्वत देने से इनकार करने पर यह बाकया हुआ।

इस विवाद के गवाह महिला के बच्चे थे। पीड़िता की बेटी ने शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस नियंत्रण कक्ष को फोन किया। उसने बताया कि अंकल दो सौ रुपए मांगते रहे जबकि मेरी मां ने रसीद जारी करने पर जोर दिया। जब मां ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो अंकल ने स्कूटी की चाभी ले ली और स्कूटी पर एक ईंट फेंका।

मेरी मां ने भी एक पत्थर उठाया और उनकी बाइक पर मारा। तब उन्होंने गंदी भाषा में उसकी मां को गाली दी और उनकी बांह मरोड़ी। उसके बाद उन्हें एक ईंट फेंककर मारा। लड़की ने बताया कि इस हमले में उसकी मां के हाथ और पीठ में चोट आई है। हमले में उनका हाथ टूट गया। शिकायत के बाद पीड़िता को पुलिस राममनोहर लोहिया अस्पताल ले गई। वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।

घटना के समय वहां से कार से गुजर रहे एक व्यक्ति ने इसका वीडियो बनाया था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस ने आरोपी हेड कांस्टेबल के खिलाफ कार्रवाई की। पंद्रह सेकेंड के इस वीडियो में पीड़ित महिला रमनजीत कौर को ईंट से हेड कांस्टेबल की मोटरसाइकिल पर फेंकते देखा जा सकता है। इसके तत्काल बाद हेड कांस्टेबल को महिला पर ईंट से हमला करते देखा जा सकता है। घटना के समय कौर के साथ उनकी तीन बेटियां थीं, जो कि घटना की चश्मदीद हैं।

घटना के बाद दिल्ली पुलिस के आयुक्त बीएस बस्सी ने कहा, ‘दिल्ली पुलिस और खुद की ओर से मैं घटना पर खेद जताना चाहता हूं। हेड कांस्टेबल को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। इसके अलावा मैंने आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। हम घटना की जांच करेंगे।’ पुलिस ने पहले मामला दर्ज कर आरोपी हवलदार को निलंबत कर गिरफ्तार करने की बात कही। शाम को पुलिस आयुक्त ने उसे बर्खास्त कर दिया।

दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस घटना ने दिल्ली पुलिस का बर्बर चेहरा उजागर कर दिया है। उन्होंने कहा कि यह घटना राष्ट्रीय राजधानी में पुलिसकर्मियों के बारे में बेहद गंभीर सवाल खड़े करती है।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने घटना की निंदा करते हुए आरोपी पुलिसकर्मी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख बरखा सिंह ने दिल्ली पुलिस की आलोचना करते हुए यातायात पुलिसकर्मी को कड़ी सजा देने की मांग की।

पूर्व आइपीएस अधिकारी किरण बेदी ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मी को अनिवार्य सेवानिवृत्ति दी जानी चाहिए क्योंकि ऐसे लोगों पर भरोसा नहीं किया जा सकता।