दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई राज्यों में तापमान 42 डिग्री के पार जा चुका है। दिल्ली-एनसीआर में भीषण गर्मी पड़ रही है। सोमवार को दिल्ली में पहला हीटवेव डे दर्ज किया गया। लोग गर्मी की वजह से परेशान हैं। इस बीच दिल्ली के प्रसिद्ध सर गंगाराम अस्पताल के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर अतुल कक्कड़ ने हीटवेव की स्थिति से बचने के उपाय बताए हैं।
डॉक्टर ने बताएं हीटवेव से बचने के उपाय
डॉ. अतुल कक्कड़ ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, “हीटवेव से बचने का सबसे अच्छा उपाय घर के अंदर रहना है। अगर बाहर जाना बहुत ज़रूरी है, तो लोगों को खुद को ढककर रखना चाहिए और अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहना चाहिए, खासकर जब गर्मी अपने चरम पर हो। हम इस समय जो बीमारियां देख रहे हैं, उनमें सर्दी और इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियां शामिल हैं। इनमें COVID-19 जैसे लक्षण भी शामिल हैं। हम गैस्ट्रोएंटेराइटिस, उल्टी, दस्त और पीलिया के मामले भी देख रहे हैं। ये अक्सर बाहर खाने या दूषित पानी पीने से जुड़े होते हैं।”
मौसम विभाग ने किया है अलर्ट
दिल्ली में पारा 45 डिग्री के पार भी जा चुका है। मौसम विभाग ने 12 जून तक दिल्ली एनसीआर समेत उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में हीटवेव की स्थिति की संभावना जताई है। हालांकि 13 जून से राहत की उम्मीद जताई है। मौसम विभाग के अनुसार 13 जून से हल्की बारिश की संभावना है।
दिल्ली के सफदरजंग में मंगलवार को अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं आयानगर में 45.5 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने कहा है कि आने वाले दो दिनों तक दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी और तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।
मौसम विभाग ने गर्मी को लेकर कई इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इसका मतलब होता है कि स्थिति बेहद गंभीर है और लोगों को हीट स्ट्रोक से बचाव करना चाहिए। इसके लिए लोगों को अधिक से अधिक पानी पीने और कम बाहर निकलने की सलाह दी जाती है। भीषण गर्मी में आपको लिक्विड पदार्थ अधिक मात्रा में लेना चाहिए। ऐसे में आप नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी और हर्बल चाय जैसे पदार्थों का सेवन करके हाइड्रेटेड रह सकते हैं।