दिल्ली में इसी साल फरवरी में हुए दंगों में 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। हिंसा के भड़कने के पीछे जांच एजेंसियों ने पहले ही सोशल मीडिया के कई प्लेटफॉर्म्स का गलत इस्तेमाल होने का शक जताया था। अब दिल्ली पुलिस की चार्जशीट में सामने आया है कि हिंसा भड़कने में फर्जी मैसेजों की बड़ी भूमिका थी। इनमें से कुछ मैसेज पुलिस ने अपनी चार्जशीट में भी डाले हैं।

बताया गया है कि वॉट्सऐप पर उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड आने वाले मुस्लिम, जिहाद के 12 संकेत और मुस्लिमों के आर्थिक बहिष्कार को लेकर कुछ मैसेज भी चले थे। एक मुस्लिम व्यक्ति की हत्या के मामले में दायर चार्जशीट में पुलिस ने वॉट्सऐप ग्रुप ‘कट्टर हिंदू एकता’ का जिक्र किया है और कहा कि मुस्लिमों से बदला लेने के लिए उस क्षेत्र के कुछ युवाओं ने प्रोपेगंडा पर भरोसा कर लिया और अपने समुदाय के रक्षक बनने के लिए वॉट्सऐप ग्रुप तक बना लिया।

दंगों के बीच किस तरह के मैसेज चले?: 25 फरवरी को दायर हुई चार्जशीट के मुताबिक, दंगे शुरू होने के एक दिन बाद एक मैसेज ग्रुप में वायरल हुआ था। इसे ग्रुप में सुबह 9.42 के आसपास दो लोगों ने शेयर किया था। इसमें कहा गया था, “हिंदू बड़ी संख्या में हैं। तनाव बना हुआ है, पर मुस्लिम डरे नहीं हैं। वे हिंदू संस्कृति के बारे में जानते हैं। लेकिन सोचिए कि क्या कोई हिंदू सुरक्षित तरीके से मुस्लिम भीड़ के बीच से निकल सकता है।” इस मैसेज के जवाब में ग्रुप में प्रतिक्रिया के तौर पर एक यूजर ने कहा था कि अगर दंगे में हिंदू मर रहे हैं, तो उनका वीडियो बनाए जाएं, ताकि मुस्लिमों को इसके लिए सजा दी जा सके।

इन मैसेजों के बाद कई लोगों ने दंगे के वीडियो ग्रुप में ही पोस्ट करने शुरू कर दिए। इसी दिन दोपहर 2.16 बजे ग्रुप में एक व्यक्ति ने मैसेज किया- “भाई, मैंने एक मुस्लिम को पकड़ लिया है।” इसमें व्यक्ति ने यह भी बताया कि उसने मुस्लिम पर हमला किया। इसके बाद ग्रुप पर एक अन्य व्यक्ति ने मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने की सलाह तक दे डाली।

‘उत्तराखंड ब्रदर्स’ नाम के एक ग्रुप में तो मैसेज में कहा गया था कि मुस्लिम बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश में घुस रहे हैं और उत्तराखंड में भी कुछ सुंदर धार्मिक स्थलों में प्रवेश कर रहे हैं। इसमें ग्रुप के लोगों से अपील की गई थी कि वे दो या ढाई हजार रुपए के लालच में आकर उन्हें घर देकर अपने बच्चों का भविष्य न खराब करें।

दंगे शुरू होने के बाद एक मौके पर तो भागीरथी विहार में लाइट जाने का मैसेज भी ग्रुप में चला और एक मैसेज में मुस्लिमों को तोड़ने के लिए हिंदुओं को तैयार रहने के लिए कहा गया। रात करीब 8.01 बजे बिन्नी नाम के एक शख्स ने यहां तक लिख दिया था कि RSS के लोग हमारे समर्थन में हैं। इसके बाद अगले मैसेज में कहा गया कि बृजपुरी पुलिया पर 9 मुस्लिमों को मार दिया गया है…हौसला बनाए रखें…काम शुरू हो गया है। पुलिस ने इन मैसेजों के लिए बिन्नी और लोकेश सोलंकी नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।