राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की रामलीला पूरे देश में मशहूर है। यहां की रामलीला की खासियत ये है कि इसमें दिल्ली की सियासत के बड़े-बड़े सूरमा भी अभियन करते हैं। ऐसे ही दिल्ली के मॉडल टाउन की रामलीला में मंगलवार को दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी की एंट्री हुई। वो परशुराम के किरदार में नजर आए। इस किरदार में तिवारी ने मंच पर ऐसी प्रस्तुति दी जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान राजनीतिक संवादों की भी खूब बौछारें हुईं।

सीता स्वयंवर दृश्य में भगवान शिव का धनुष तोड़े जाने से नाराज परशुराम की जब मंच पर एंट्री होती है तब वो गुरु विश्वामित्र से पूछते हैं, ‘ये सब कहां से आए हैं, ये कोई विदेशी घुसपैठिए हैं या तुमने बुलाया है।’ बता दें कि इन दिनों एनआरसी मुद्दे और विदेशी घुसपैठियों के लेकर देश की राजनीति गरमाई है। ऐसे ही लक्ष्मण के साथ एक दृश्य में भाजपा अध्यक्ष ने गुस्से में आतंकवादी शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, ‘मेरी कुल्हाड़ी ने खून की नदियां बहा दीं। आर्यों की इस भूमि में कई आतंकवादियों को कब्रिस्तान भेजा गया है।’

मंच पर आने से कुछ घंटे पहले, तिवारी बॉलीवुड एक्टर शाहबाज खान के साथ बैठे, जिन्होंने रावण का किरदार निभाया और जो वैनिटी वैन में अपनी लाइनों का पूर्वाभ्यास कर रहे थे। तिवारी ने कहा कि ‘हालिया राजनीतिक घटनाक्रम के चलते मैं व्यस्त रहा और जब में कार था तब मैंने स्क्रिप्ट का पूर्वाभ्यास करना शुरू किया…मगर मैं वर्तमान संदर्भ के अनुरूप स्क्रिप्ट में बदलाव करता हूं।’

उन्होंने कहा कि में क्षत्रिय शब्द का इस्तेमाल नहीं करने जा रहा हूं जो कि स्क्रिप्ट में है, मैंने इसे राजा कुल में बदल दिया है। क्योंकि परशुराम जब क्षत्रिय कहते हैं उनका मतलब होता है राजा ना कि कोई जाति।

उल्लेखनीय है कि ऐसा चौथी बार है जब तिवारी ने रामलीमा में अभिनय किया। इससे पहले उन्होंने दो बार अंगद और एक बार केवट का किरदार निभाया। अपने चौथे अभिनय से पहले तिवारी ने आयोजनकर्ताओं से कहा कि कृपा कर राम और लक्ष्मण को बुलाएं क्योंकि उन्हें दोनों के साथ बहुत से संवाद करने हैं।