दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का आपातकाल लग गया है। आनंद विहार में तो AQI 999 तक जा पहुंचा है, गाजियाबाद में भी 572 तक ये आंकड़ा जा चुका है। यानी कि हवा सिर्फ जहरीली नहीं बल्कि जानलेवा बन चुकी है। स्थिति को देखते हुए दिल्ली में सरकार ने GRAP की स्टेज 3 लागू कर दी है। अब जमीन पर और ज्यादा सख्ती रहने वाली है।
दिल्ली में प्रदूषण आउट ऑफ कंट्रोल
स्टेज 3 के तहत अब रोज सड़कों की सफाई होगी। पानी का छिड़काव भी लगातार किया जाएगा। अस्पताल, मेट्रो जैसी सर्विस को छोड़कर दिल्ली एनसीआर में कंस्ट्रक्शन को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। बड़ी बात ये रहेगी कि जो भी फैक्ट्रियां ईंधन पर नहीं चलेंगी, उन्हें बंद कर दिया जाएगा। माइनिंग भी राजधानी में कुछ समय के लिए बंद रहेगी। वैसे स्थिति को देखते हुए दोनों सरकारी और प्राइवेट प्राइमरी स्कूल दो दिन के लिए बंद रहने वाले हैं।
हर साल की वहीं तस्वीर, जनता परेशान
जानकारी के लिए बता दें हर साल दिल्ली में सर्दी के मौसम में ऐसी ही स्थिति बन जाती है। एक तरफ पराली की वजह से जमीन पर प्रदूषण बढ़ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ वाहनों की वजह से भी हवा जहरीली होती जा रही है। असल में वायु गुणवत्ता सूचकांक के आधार पर जीआरएपी को चार चरणों में वर्गीकृत किया गया है। पहला चरण एक्यूआई 201 से 300 (खराब), दूसरा चरण एक्यूआई 301 से 400 (बहुत खराब), तीसरा चरण एक्यूआई 401 से 450 (गंभीर) और चौथा चरण एक्यूआई 450 (अति गंभीर) होने पर लागू किया जाता है।
जीआरएपी के तीसरे चरण में आवश्यक सरकारी परियोजनाओं, खनन और पत्थर तोड़ने को छोड़कर निर्माण, तोड़फोड़ कार्यों पर पूरी तरह रोक लगा दी जाती है। तीसरे चरण में दिल्ली से बाहर पंजीकृत हल्के वाणिज्यिक वाहनों, डीजल से चलने वाले ट्रकों, और मध्यम व भारी माल वाहनों (आवश्यक सेवाओं में शामिल वाहनों को छोड़कर) के प्रवेश पर प्रतिबंध भी शामिल है।