जामिया इलाके में हुई हिंसा के बाद फैल रही अफवाहों और लग रहे आरापों पर दिल्ली पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके के सफाई दी है। दिल्ली पुलिस की तरफ से पीआरओ एमएस रंधावा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इस पूरे मामले में पुलिस की तरफ से कोई गोली नहीं चली है ना ही किसी की जान गई है। उन्होंने विरोध प्रदर्शन में जामिया के छात्रों के साथ-साथ आसपास के लोगों के शामिल होने की बात कही। रंधावा ने कहा पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के उकसावे के बावजूद अधिकतम संयम दिखाया।

दिल्ली पुलिस की तरफ से जारी बयान में कहा गया था कि “जामिया हिंसा के दौरान डीटीसी की चार बसों, 100 निजी वाहनों और 10 पुलिस बाइकों को नुकसान पहुंचाया गया। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा जामिया हिंसा की जांच करेगी साथ ही पुलिस ने विद्यार्थियों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की।

उन्होंने कहा कि, ‘‘जामिया हिंसा के दौरान गोलियां नहीं चलायी गयीं, कोई हताहत नहीं हुआ। अपराध शाखा जामिया हिंसा की जांच करेगी। गहन जांच की जाएगी और जवाबदेही तय की जाएगी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हिंसा के दौरान डीटीसी की चार बसों, 100 निजी वाहनों और 10 पुलिस बाइकों को नुकसान पहुंचाया गया। एक पुलिसकर्मी आईसीयू में है।’’रंधावा ने कहा कि पुलिस सोशल मीडिया पर नजर रख रही है। उन्होंने कहा, ‘‘ हम सोशल मीडिया पर नजर रख रहे हैं। मैं विद्यार्थियों एवं आम लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करता हूं।’’