Delhi News: हरियाणा और महाराष्ट्र में विपरीत हालातों में बीजेपी को मिली सफलता से आम आदमी पार्टी पहले से अलर्ट है। दिल्ली में पिछले दो विधानसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन और ‘फ्री बिजली – फ्री पानी’ योजनाओं की सफलता बावजूद आम आदमी पार्टी राजधानी में बीजेपी को कोई मौका नहीं देना चाहती है और शायद इसीलिए उसने भी भगवा खेमे की तरह दूसरे दलों में सेंध लगाने को अपने रणनीति में शामिल किया है।
अपनी इस रणनीति के तहत आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के दलित ने प्रवेश रत्न को भी तोड़ने में सफलता पाई है। प्रवेश रत्न बुधवार को आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। उन्होंने साल 2020 में पटेल नगर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व मंत्री राज कुमार आनंद के खिलाफ चुनाव लड़ा था। साल 2025 में दिल्ली में होने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यह आम आदमी पार्टी में आठवीं बड़ी ज्वाइनिंग है।
कौन हैं प्रवेश रत्न?
प्रवेश रत्न जाटव बिरादरी से संबंध रखते हैं। वह करीब बीस सालों तक बीजेपी से जुड़े रहे और उन्होंने युवा मोर्चा में कई पदों पर काम किया। साल 2020 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में वह पटेल नगर सीट से बीजेपी के उम्मीदवार थे। वह दूसरे नंबर पर रहे और उन्हें करीब 35% वोट हासिल हुए। इस सीट पर राज कुमार आनंद ने जीत हासिल की लेकिन वह लोकसभा चुनाव से पहले बीएसपी में शामिल गए, जिसके बाद से यहां AAP ने मजबूत उम्मीदवार की तलाश शुरू कर दी।
मनीष सिसोदिया ने AAP में किया प्रवेश रत्न का स्वागत
आम आदमी पार्टी के बड़े नेता और दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और विधायक दुर्गेश पाठक ने प्रवेश रत्न का AAP में स्वागत किया। प्रवेश रत्न के आप में शामिल होने पर आप विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि प्रवेश रत्न दिल्ली में जाटव समुदाय के बड़ा चेहरा हैं।
मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में हमारी सरकार ने जाटव और दलित समुदाय के लिए काम किया है। उनके रहने का तरीका बदला है और इन बिरादरियों से जुड़े परिवारों को जबरदस्त फायदा हुआ है।
बीजेपी छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल होने की वजह अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व और उनकी योजनाओं को बताते हुए प्रवेश रत्न ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को वो सब कुछ दिया, जो उसे पहले कभी नहीं मिला था। हमारा समुदाय उन्हें प्यार करता है। जो मुफ्त सुविधाएं उन्होंने दीं, वो लोअर इनकम ग्रुप को सैलरी बचाने में मदद करती हैं। यहां पढ़िए दिल्ली विधानसभा चुनाव से जुड़ी खबरें