Delhi NCR Weather Update Today, Delhi NCR Main Mausam Kaisa Rahega: दिल्ली के लोगों के लिए फिलहाल मौसम में तीखी गर्मी से राहत का दौर जारी है। तेज हवाएं चलने और बादलों वाला मौसम होने से तापमान सामान्य बना हुआ है। ऐसा पहाड़ों पर बर्फबारी होने से हो रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार को मौसम साफ रहेगा। इस दौरान करीब 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इससे लोगों को आज भी तेज गर्मी से राहत बनी रहेगी। मंगलवार (30 अप्रैल) को अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री दर्ज किया गया। फिलहाल आकाश साफ रहेगा।

पहाड़ों पर बेमौसम की बर्फबारी और बारिश से बाढ़ के हालात

इस बीच पहाड़ों पर बेमौसम की बर्फबारी और बारिश से बाढ़ के हालात बन गये हैं। दूसरी तरफ पूर्वी भारत में तेज गर्मी से लोगों का बुरा है। अप्रैल महीने के शुरू के तीन हफ्ते तेज गर्मी वाले रहे। आईएमडी के अनुसार इस दौरान अधिकतर स्थानों पर लू की स्थिति रही। जबकि दक्षिणी प्रायद्वीप और दक्षिणपूर्वी तट क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं, उत्तरी मैदानी इलाकों में इस मौसम में अभी तक लू की स्थिति का अनुभव नहीं हुआ है।

कोर हीटवेव जोन में हर साल रहती है गर्मी

गुजरात और पश्चिम बंगाल के बीच मध्य, उत्तर और प्रायद्वीपीय भारत में फैले कोर हीटवेव जोन (सीएचजेड) में हर साल मार्च से जून तक गर्मी के मौसम के दौरान और कभी-कभी जुलाई में हीटवेव की स्थिति का खतरा रहता है। राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र में विदर्भ, गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से, तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सबसे अधिक गर्मी वाले राज्य या क्षेत्र हैं।

लू की घोषणा कब करता है मौसम विभाग

आईएमडी लू की घोषणा तब करता है, जब मैदानी इलाकों में कम से कम दो इलाकों में दर्ज किया गया सामान्य अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है या सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है। पहाड़ी और तटीय क्षेत्रों में तापमान क्रमशः 30 डिग्री सेल्सियस और 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने पर लू की घोषणा की जाती है। यदि तापमान सामान्य से 6 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है तो भीषण लू की घोषणा की जाती है।

अप्रैल की शुरुआत में मौसम विभाग ने लू चलने का पूर्वानुमान जताया था। इसके दो मुख्य कारण हैं। पहला यह कि साल 2024 की शुरुआत अल नीनो के हालात में हुई। अल नीनो एक मौसम पैटर्न है जो भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में सतह के पानी की असामान्य वार्मिंग को बताता है, जिससे दुनिया और महासागर के कई हिस्सों में अत्यधिक गर्मी होती है। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार, इसमें अत्यधिक तापमान, कठोर, कई और लंबे समय तक चलने वाली हीटवेव और प्री-मानसून वर्षा की कमी का अनुभव होता है।

उधर, ओडिशा में गर्मी की लहर पर, आईएमडी भुवनेश्वर के निदेशक मनोरमा मोहंती कहते हैं, “ओडिशा में 30 शहरों में 41 डिग्री सेल्सियस और उससे अधिक और 29 शहरों में 42 डिग्री सेल्सियस और उससे अधिक तापमान दर्ज किया गया। मयूरबंज जिले के बारीपदा में 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।