दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में बुधवार को बम होने की सूचना से पूरे देश में खलबली मच गई है। जिहाद की बात से लेकर रूस से ईमल किये जाने जैसी बातों को सामने आने और ऐन चुनाव के समय इस तरह के धमकी मेल मिलने के पीछे कुछ लोगों ने साजिश की भी आशंका जताई है। आइए पूरी घटना को दस प्वाइंट में जानतें हैं।
- बुधवार को तड़के करीब 4 बजे दिल्ली के कुछ स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई। धमकी में जिहाद की बातें लिखी थीं
- स्कूलों की सूचना पर उच्चाधिकारी और पुलिस तथा बम स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची और गहन तलाशी अभियान चलाया।
- सर्च ऑपरेशन के दौरान धमकी पाने वाले सभी स्कूलों को खाली करा लिया गया। स्कूलों से पैरेंट्स के पास मैसेज भेजकर बच्चों को ले जाने के लिए कहा गया।
- पुलिस की साइबर सेल यूनिट टीम धमकी वाले मेल को ट्रैक करने और आईपी एड्रेस पता लगाने के काम में जुट गई। शुरुआती जांच में मेल रूस से भेजे जाने की आशंका जताई गई।
- सर्च ऑपरेशन के कुछ घंटों बाद ही पता चला कि धमकी भरे ईमेल दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद के कई स्कूलों को भी भेजे गये हैं।
- दिल्ली एनसीआर के 100 से ज्यादा स्कूलों को धमकी मिलने की सूचना मिली। फायर ब्रिगेड के पास 80 से ज्यादा स्कूलों से सूचना भेजी गई।
- दिल्ली के उपराज्यपाल ने धमकी पाने वाले कुछ स्कूलों का दौरा किया और जांच-पड़ताल का जायजा लिया। उन्होंने जनता को आश्वासन दिया कि पुलिस दोषियों को जल्द पकड़ लेगी।
- केंद्रीय गृह मंत्रालय भी पूरी घटना पर नजर बनाए रखे हुए है। रूस से धमकी भरे ईमेल आने की बात पता चलने पर इंटरपोल की भी मदद लेने की बात कही जा रही है।
- स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई ऐसे स्कूलों ने भी अपने यहां छुट्टी का ऐलान कर दिया, जहां धमकी वाले कोई ईमेल या फोन काल नहीं आए थे।
- दिल्ली के उपराज्यपाल विनय सक्सेना और राज्य की शिक्षामंत्री आतिशी मार्लेना ने लोगों से आग्रह किया कि वे घबराए नहीं। उन्होंने आश्वस्त किया कि जांच में कोई बम नहीं मिला है।