दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अधिकांश स्थानों पर रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में हवा की गुणवत्ता ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गयी। दिल्ली और नोएडा सहित अन्य इलाकों में स्थानीय प्रशासन ने वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य कारणों से मंगलवार को ही आपात स्थिति घोषित कर दी थी। रविवार को प्रदूषित हवाओं से धुंध बढ़ने के बाद दृश्यता में कमी आने के कारण दिल्ली में हवाई यातायात प्रभावित हुआ। इस कारण से दिल्ली आने वाली 37 उड़ानों का रूट बदलना पड़ा।

दिल्ली और एनसीआर की परेशानी को लेकर दिल्ली सरकार ने कई कदम उठाए हैं। वहीं प्रधानमंत्री के प्रमुख सचिव ने भी आपात बैठक बुलाई है। इसी कड़ी में एडवाइजरी जारी करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने लोगों से अपील की है। उन्होंने बताया है कि इस आपात स्थिति में क्या करें , क्या ना करें?

क्या करें:
हमेशा घर में या बंद जगह पर रहें। या फिर अपनी बाहर कि गतिविधियों को रिशेड्यूल कर लें।
आंखों में जलन, सीने में तकलीफ हो, खांसी, कफ या सांस लेने में दिक्कत हो तो नजदीकी डॉक्टर को दिखाएं।
जिनको पहले से सांस या फिर फेफड़े की बीमारी है वो अपनी दवाईयां अपने पास रखे।
यदि मास्क का उपयोग करते हैं तो प्रमाणित N95 मास्क का उपयोग करें और उपयोग के लिए दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें। इस स्थिति में कपड़े के मास्क ज्यादा प्रभावी नहीं हैं।
खाना बनाते समय धुंए से बचे और जितना हो सके धुंआ रहित ईंधन गैस या फिर बिजली का उपयोग करें।
आम यातायात साधनों का इस्तेमाल करें।

क्या ना करें:
कूड़े, पत्तियां और लकड़ियों को ना जलाएं।
ज्यादा भीड़-भाड़ और ट्रैफिक वाले इलाकों में जाने से बचें।
मार्निंग वॉक और लेट इवनिंग वॉक के लिए ना निकलें।
देर शाम और सुबह तक दरवाजे और खिड़कियां खुली ना रखें।
सिगरेट, बीड़ी और तंबाकू संबंधित चीजों का प्रयोग ना करें।


बता दें कि  दिल्ली में भयंकर प्रदूषण है। दिल्ली में दोपहर दो बजे एक्यूआई 489 था जो गंभीर श्रेणी में आता है।पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी संस्था के मुताबिक, दिल्ली के प्रदूषण में शुक्रवार को पराली जलाने से होने वाले धुएं की हिस्सेदारी 46 फीसदी थी। शनिवार को यह घटकर 17 फीसदी हो गई और रविवार को 12 फीसदी रहने का अनुमान है।

(भाषा इनपुट्स के साथ)