दिल्ली-एनसीआर में ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण की समस्या भी गहराती जा रही है। इसकी वजह से राजधानी और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) काफी खराब है। साथ ही विजिबिलिटी भी बहुत कम है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है। रविवार सुबह आनंद विहार और द्वारका सेक्टर 8 में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 425 थी। आरके पुरम में 426 और मुंडका में 431 थी।
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि दिल्ली-एनसीआर में अभी ठंड की स्थिति बनी रहेगी और 2024 के पहले सप्ताह में पारा और गिरेगा।
दिल्ली के मुख्य मौसम केंद्र सफदरजंग में दृश्यता 200 मीटर और ‘रिज’ पर 500 मीटर रही। घने कोहरे के कारण शनिवार को लगातार चौथे दिन ट्रेन सेवा प्रभावित हुई और दिल्ली आने वाली 30 ट्रेनें देरी से चलीं। आईएमडी के मुताबिक, शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी का अधिकतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो साल के इस समय सामान्य है जबिक न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 11.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
आईएमडी के अनुसार, ‘बहुत घना’ कोहरा तब होता है जब दृश्यता 0 और 50 मीटर के बीच होती है, 51 और 200 मीटर के बीच ‘घना’, 201 और 500 मीटर के बीच ‘मध्यम’ और 501 और 1,000 मीटर के बीच ‘उथला’ होता है।