Delhi Metro: दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को चौंका देने वाली एक अजीब दुर्घटना का सामना करना पड़ा है। घटना इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन की है। यहां मेट्रो ट्रेन के नीचे आने से 35 साल की महिला हादसे की शिकार हो गई। शनिवार को सफदरजंग अस्पताल में उसकी मौत हो गई। हादसे की वजह यह रही कि महिला की साड़ी मेट्रो के दरवाजे में फंस गई थी। इसके बाद महिला गिर पडी। यह घटना उस वक्त हुई, जब मेट्रो ट्रेन के दरवाजे बंद हो रहे थे।
हादसे के तत्काल बाद मेट्रो अधिकारियों ने घायल अवस्था में महिला को सफदरजंग अस्पताल में एडमिट कराया गया था। जहां शनिवार उसकी मौत हो गई। रीना नाम की महिला गुरुवार को मेट्रो ट्रेन के नीचे आ गई थी। असल में उसकी साड़ी का एक हिस्सा मेट्रो के दरवाजे में फंस गया था. हालांकि यह पता नहीं चल सका कि महिला ट्रेन से उतर रही थी या ट्रेन में चढ़ रही थी। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त घटना की जांच करेंगे।
दिल्ली मेट्रो के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अनुज दयाल ने बताया कि गुरुवार को इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर यह घटना हुई। एक महिला यात्री के कपड़े ट्रेन में उलझ गए, जिससे वह घायल हो गई और बाद में शनिवार को अस्पताल में उसकी मौत हो गई। दयाल ने कहा कि मेट्रो रेलवे सुरक्षा आयुक्त इस घटना की जांच करेंगे।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस इसकी जांच कर रही है और अगर जरूरत पड़ी तो कानूनी राय भी ली जाएगी।
महिला के रिश्तेदार विक्की ने कहा, ‘वह पश्चिमी दिल्ली के नांगलोई से मोहन नगर जा रही थी। उन्होंने कहा, ‘जब वह इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पहुंची और ट्रेन बदल रही थी, तो उसकी साड़ी फंस गई। वह गिर गई और गंभीर रूप से घायल हो गई। गंभीर हालत में उसे सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया। शनिवार शाम को उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि रीना के पति की करीब 7 साल पहले मौत हो गई थी। उनके परिवार में एक बेटा और एक बेटी है।
सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि महिला पहले कोच में दाखिल हुई और फिर प्लेटफॉर्म पर छूट गए अपने बच्चे को लेने के लिए पीछे मुड़ी। संभवता, उसकी साड़ी दरवाजे में फंस गई। यह अभी जांच का विषय है और ट्रेन चलने पर वह प्लेटफॉर्म पर घसीटती गई। घटना गुरुवार दोपहर 1.04 बजे की है। एक एम्बुलेंस महिला को दीप चंद बंधु अस्पताल ले गई, जिसने वेंटिलेटर की कमी का हवाला देते हुए उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया।
महिला के रिश्तेदारों के अनुसार, राम मनोहर लोहिया अस्पताल और लोक नायक अस्पताल ने भी कथित तौर पर इसी कारण से उसे भर्ती करने से इनकार कर दिया। अंततः उसे सफदरजंग में भर्ती कराया गया। अस्पताल में उसका इलाज करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि जब वह अस्पताल पहुंची तो उसकी हालत गंभीर थी और वह बेहोश थी। एक डॉक्टर ने कहा कि उसके सिर में काफी चोट थी। इसके अलावा, उसके फेफड़ों के बाहर खून था।