दिल्ली में CAA का विवाद हिंदू बनाम मुसलमान हो गया है। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने एक दिन पहले ही मौजपुर में सीएए के समर्थन में भाषण दिया था। कपिल मिश्रा ने दिल्ली पुलिस को खुलेआम चेतावनी दी थी कि यदि तीन दिन में CAA के खिलाफ प्रदर्शनकारियों को रास्ते से नहीं हटाया गया तो वे लोग किसी की भी नहीं सुनेंगे।

कपिल मिश्रा के भाषण के आधे घंटे के बाद ही मौजपुर में झड़प हो गई थी। उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई इस हिंसा में हेड कॉन्स्टेबल समेत 5 लोगों की मौत हो चुकी है। कपिल मिश्रा ने वीडियो जारी कर सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों को चुनौती दी थी। मिश्रा ने हिंसा के बाद ट्वीट किया कि जब तक (ट्रंप) भारत में हैं, हम इलाके को शांति से छोड़ रहे हैं…इसके बाद हम आपकी (पुलिस) भी नहीं सुनेंगे।

इससे पहले सुबह 11 बजे दोनों समुदायों की तरफ से मौजपुर में पत्थरबाजी तेज हो गई थी। दोपहर तक पत्थरबाजी करने वालों में कुछ पुलिसकर्मी शामिल थे। इस बारे में पूछे जाने पर दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। जानकारी के अनुसार इलाके में रहने वाले कई मुस्लिम परिवारों को चुन कर निशाना बनाया गया।

हाथ में लोहे की रॉड लिए और मुंह ढंके एक निवासी ने बताया कि इस कॉलोनी में दोनों समुदाय के लोग रहते हैं। हमने देखा कि हमारे पड़ोसी हम पर पत्थर फेंक रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मौजपुर मंदिर के पास कई महिलाओं का कहना था कि वे लोग सोमवार सुबह 10 बजे हनुमान चालीसा पढ़ रही थी तभी मुस्लिम आए और पत्थरबाजी शुरू कर दी।

जीटीबी अस्पताल में भर्ती 25 वर्षीय रोहित कमल शुक्ला ने कहा कि मैं मौजपुर चौक के पास था जहां लोग हनुमान चालीसा पढ़ रहे थे। तभी दूसरी तरफ से लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। शाम करीब 3.45 बजे पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े।