दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में एक बड़ा हादसा हुआ है। यहां पर एक दरगाह के कमरे की छत अचानक ढह गई, जिसके कारण 6 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में एक 5 साल का बच्चा भी शामिल है। हादसे के तुरंत बाद पीड़ितों को आनन-फानन में एम्स ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने 6 लोगों के मौत की पुष्टि कर दी। 4 घायलों का इलाज जारी है।

6 की मौत

हालांकि पुलिस अभी तक पीड़ितों (तीन महिलाओं और तीन पुरुषों) की पहचान नहीं कर पाई है। घायल मोहम्मद शमीम, आर्यन, गुड़िया और रफत परवीन को इलाज के लिए एम्स ट्रॉमा सेंटर, लोक नायक अस्पताल और राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दिल्ली फायर सर्विसेज (DFS) ने बताया कि दोपहर 3.50 बजे घटना की सूचना मिलने के बाद दमकल की पांच गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। एक अधिकारी ने बताया कि मलबे से कम से कम 12 लोगों को बाहर निकाला गया। डीसीपी (दक्षिण-पूर्व) हेमंत तिवारी ने बताया कि 9 लोगों को एम्स ले जाया गया, जबकि एक को लोक नायक अस्पताल और एक को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया। उन्होंने बताया कि मलबे के नीचे एक महिला सुरक्षित बचाई गई।

बारिश के कारण हुआ हादसा

डीसीपी ने कहा, “भारी बारिश के कारण दो कमरों की छत और एक दीवार ढह गई। मस्जिद का डीवीआर (डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर) जब्त कर लिया गया है। मस्जिद की देखभाल करने वालों की जांच की जा रही है।” डीएफएस, दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित कई बचाव एजेंसियां बचाव अभियान में शामिल थीं। अधिकारियों ने बताया कि यह इमारत न्यू होराइजन स्कूल के सामने स्थित थी।

मुगलकालीन हुमायूँ मकबरे के जीर्णोद्धार में शामिल आगा खान ट्रस्ट फॉर कल्चर के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रतीश नंदा ने बताया कि दो मंजिला दरगाह मकबरा परिसर की चारदीवारी से जुड़ी हुई थी। उन्होंने आगे कहा, “कुछ मलबा परिसर के अंदर गिरा, लेकिन परिसर को कोई नुकसान नहीं हुआ।” संयुक्त पुलिस आयुक्त संजय कुमार जैन ने मीडियाकर्मियों को बताया कि लोग शुक्रवार की नमाज के लिए दरगाह आए थे और बारिश के कारण एक कमरे के अंदर बैठे थे, तभी यह हादसा हुआ।