Delhi Liquor Scam Case: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के समन पर नहीं पहुंचे। यह छठी बार है जब दिल्ली के सीएम जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं। आम आदमी पार्टी ने ईडी के नोटिस को अवैध बताया और यह भी कहा कि वह अब कोर्ट के आदेश का इंतजार करेंगे क्योंकि मामला कोर्ट के विचाराधीन है। पार्टी ने कहा कि ईडी ने खुद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। बार-बार समन भेजने के बजाय ईडी को अब कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए।

इससे पहले, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ईडी के पांच समन को नजर अंदाज कर दिया था। उन्होंने इन सभी समन को अवैध और राजनीति से प्रेरित बताया था। इस बार आम आदमी पार्टी ने कहा है कि मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है तो ईडी को फैसले का इंतजार कर लेना चाहिए।

दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल हर बार दिल्ली शराब घोटाला मामले में पूछताछ में शामिल होने से मना कर देते हैं। उनका कहना है कि पहले ईडी इस बात का जवाब दे कि वह किस हैसियत से मुझे बुला सकती है। साथ ही, उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय इस बात को भी क्लियर करें कि वो क्या जानकारी हासिल करना चाहती है। इस मामले से मेरा क्या लेना देना है। सीएम केजरीवाल ने हर बार की तरह ईडी के समन को असंवैधानिक और गैरकानूनी ही करार दिया है।

ईडी ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बार-बार समन को छोड़ने के बाद ईडी ने कोर्ट का रुख किया था। कोर्ट के नोटिस के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल शनिवार (17 फरवरी) को एक्साइज पॉलिसी मामले में राउज एवेन्यू कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेश हुए। मुख्यमंत्री ने कोर्ट में कहा कि विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और चालू बजट सत्र के कारण वह कोर्ट में शारीरिक रूप से उपस्थित नहीं हो सके। बता दें कि राउज एवेन्यू कोर्ट में सीएम केजरीवाल को शारीरिक रूप से पेश होना था। हालांकि, उनके वकील की मांग पर उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की छूट दे दी गई। कोर्ट ने अब केजरीवाल की पेशी के लिए 16 मार्च की तारीख तय की है।