दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री आतिशी को एक पत्र लिखा है। उपराज्यपाल ने आतिशी को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने के लिए कहा है। एलजी ने आतिशी को चिट्ठी लिखी है। इसमें उन्होंने CAG की लंबित 14 रिपोर्ट को पेश करने के उद्देश्य से विशेष सत्र बुलाने की बात कही है।
CAG की रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण
बता दें कि CAG की रिपोर्ट में शराब आपूर्ति के नियमन, वाहनों से होने वाले वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने और पब्लिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति समेत कई अहम मुद्दों पर ऑडिट शामिल है। जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री थे, तब की ये रिपोर्ट है।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें उन्होंने CAG रिपोर्ट को विधानसभा में प्रस्तुत करने के निर्देश मांगे थे। याचिका दाखिल होने के बाद दिल्ली सरकार ने CAG रिपोर्ट को उपराज्यपाल को सौंप दिया था। बीजेपी आरोप लगा रही है कि सरकार की कार्यवाही दर्शाती है कि वह जवाबदेही से बचने का प्रयास कर रही है और वित्तीय गड़बड़ियों को जनता की नजरों से छुपाने का प्रयास कर रही है।
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दिल्ली के LG ने आतिशी को लिखी चिट्ठी में कहा कि इन रिपोर्ट्स को समय पर पेश किया जाना पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी है। एलजी ने दिल्ली सरकार अधिनियम, 1991 की धारा 48 का हवाला दिया और CAG के रिपोर्टर्स को शासन में पारदर्शिता का मूल आधार बताया।
दिल्ली सरकार की LG ने की आलोचना
एलजी ने अपने पत्र में दिल्ली सरकार की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि पिछली और मौजूदा सरकारों ने इस संवैधानिक दायित्व की अनदेखी की है और इसके कारण विधायकों की कार्यपालिका पर नियंत्रण रखने की क्षमता कमजोर हुई है। उपराज्यपाल ने कहा कि CAG की रिपोर्ट्स सरकार की वित्तीय और प्रशासन की स्थिति को समझने के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें विधानसभा अपनी भूमिका प्रभावी तरीके से निभा सकती है। पढ़ें अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह से मांगा समय