दिल्‍ली में एयर क्‍वॉलिटी के खराब लेवल को देखते हुए दिवाली पर पटाखों की वजह से प्रदूषण खतरनाक स्‍तर तक बढ़ने का डर है। इसे देखते हुए सिस्‍टम ऑफ एयर क्‍वॉलिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) ने अलर्ट जारी किया है। मिनिस्‍ट्री ऑफ अर्थ साइंस के तहत आने वाली इस एजेंसी ने लोगों से कहा है कि वे 11 नवंबर की रात से 12 नवंबर की दोपहर तक घर से बाहर निकलने से बचें। एजेंसी ने कहा है कि इसे सभी लोग स्‍वास्‍थ्‍य की दृष्टि से जारी चेतावनी के रूप में लें।

क्‍या होगा खतरा: प्रदूषित हवा में रहने से सांस की तकलीफ हो सकती है। दिल या फेफड़े की बीमारी से परेशान लोगों, बच्‍चों और बुजुर्गों के लिए यह खास तौर पर परेशानी पैदा कर सकता है। पार्टिक्‍युलेट मैटर या पीएम (हवा में मौजूद बेहद छोटे कण) फेफड़ों में घुस कर बड़ी परेशानी पैदा कर सकते हैं। अगर ये सांस की नलियों में चले गए तो समस्‍या ज्‍यादा गंभीर हो सकती है।

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आंकड़ों से समझिए खतरे का लेवल: दिवाली के अगले दिन हर साल पीएम लेवल बढ़ता है। दिल्‍ली में पिछले साल यह 450 माइक्रोग्राम प्रति क्‍यूबिक तक चला गया था। इस साल 12 नवंबर को यह आंकड़ा 956 तक पहुंच जाने का अनुमान है। अधिकारियों के मुताबिक सुरक्षित सीमा 60 से 100 माइक्रोग्राम प्रति क्‍यूबिक तक ही है।

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पिछले साल जितने पटाखे छोड़े गए थे, अगर इस साल भी उतने ही छोड़े गए और मौसम में अचानक कोई बदलाव नहीं आया तो पूर्वानुमान है कि 11-12 नवंबर की रात एक बजे सबसे ज्‍यादा प्रदूषण होगा।