दिल्ली के बिजली मंत्री आशीष सूद ने बिजली सब्सिडी को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि दिल्ली कैबिनेट ने बिजली सब्सिडी को जारी रखने का निर्णय लिया है। यह फैसला किसानों, घरेलू उपभोक्ताओं समेत चार वर्गों के लिए लाभकारी साबित होगा। भाजपा की सरकार आने के बाद से यह संशय बना हुआ था कि दिल्ली में इलेक्ट्रिसिटी सब्सिडी मिलेगी या नहीं।
दिल्ली के ऊर्जा मंत्री आशीष सूद ने कहा, “आज दिल्ली कैबिनेट ने बिजली सब्सिडी पर फैसला लिया है। आज एक विशेष प्रस्ताव में दिल्ली कैबिनेट ने किसानों के लिए सब्सिडी, 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों के लिए सब्सिडी, वकीलों के चैंबर और मौजूदा घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सब्सिडी जारी रखने का फैसला किया है।”
दिल्ली सरकार के सब्सिडी बंद करने का किया जा रहा था दुष्प्रचार- ऊर्जा मंत्री आशीष सूद
मंत्री ने आगे कहा, “यह 1984 के सिख विरोधी दंगा पीड़ितों और वकीलों के लिए एक बड़ा फैसला है। लगातार यह दुष्प्रचार किया जा रहा था कि दिल्ली सरकार सब्सिडी बंद कर देगी। दिल्ली कैबिनेट के इस फैसले से यह दुष्प्रचार बंद हो गया है। स्वघोषित बेरोजगार नेता हर दिन ऐसे झूठ फैलाते रहेंगे लेकिन दिल्ली सरकार अपनी गति से काम करेगी और ऐसे सभी झूठों को रद्द करेगी।”
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श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी के साथ महंगाई भत्ता बढ़ाने का ऐलान
वहीं, दूसरी ओर दिल्ली सरकार ने 1 अप्रैल से सभी अधिसूचित रोजगारों में कार्यरत श्रमिकों की न्यूनतम मजदूरी के साथ महंगाई भत्ता को बढ़ाने का एलान कर दिया है। नए आदेश के तहत सभी अधिसूचित श्रेणी के मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी के साथ महंगाई भत्ते की किस्त 1 अप्रैल 2025 से देय होगी जो वर्तमान न्यूनतम वेतन के साथ सामायोजित करके दी जाएगी।
न्यूनतम मजदूरी की संशोधित नई दरें कुशल, अर्द्ध कुशल, कुशल, गैर मेटिकुलेट, मैटिकुलेट लेकिन स्नातक नहीं और स्नातक और उससे ऊपर की श्रेणी के लिए लागू होंगी। वेतन में वृद्धि की यह दरें न केवल महंगाई की दरों को बेअसर करेगी बल्कि दिल्ली में काम करने वाली बड़ी संख्या में श्रमिकों को राहत देगी। इस मामले में दिल्ली सरकार के श्रम विभाग के संयुक्त श्रम आयुक्त की ओर से मंगलवार को ताजा आदेश जारी कर दिए गए हैं।
दिल्ली में मजदूरों को अब मिलेगी कितनी मजदूरी?
कुशल मजदूरों को 18,066 से 18,456 रुपए, अद्ध कुशल को 19,929 रुपए से 20,371 रुपए, कुशल मजदूरों को 21,917 रुपए से 22411 रुपए, गैर मैटिकुलेट मजदूरों को 19,929 से 20,371 रुपए, मैटिकुलेट लेकिन स्नातक नहीं श्रेणी के कर्मचारियों को 21,917 रुपए से 22,411 रुपए और स्नातक और उससे ऊपर के मजदूरों को 23,836 रुपए से बढ़ाकर 24,356 रुपए मासिक कर दिया गया है। यह लाभ सभी श्रेणी के मजदूरों कर्मचारियों को 1 अप्रैल से दिया जाएगा। पढ़ें- देशभर के मौसम का हाल
(भूपेंद्र पांचाल के इनपुट के साथ)