दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना और सीएम अरविंद केजरीवाल ने विकास भवन, आईटीओ में उस स्थान का निरीक्षण किया जहां एक ड्रेन रेगुलेटर क्षतिग्रस्त है। इस दौरान दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उपराज्यपाल को बताया कि उन्होंने कल रात विभिन्न अधिकारियों से एनडीआरएफ को बुलाने के लिए कई अनुरोध किए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ और NDRF अब यहां पहुंची है। उन्होंने कहा कि अगर एनडीआरएफ रात में पहुंच जाती तो बेहतर होता।

जिसके जवाब में LG ने कहा कि मैं आपको बताना चाहूंगा कि यह समय किसी को दोष देने या टिप्पणी करने का नहीं है। अभी हमें टीम वर्क करने की जरूरत है। मैं भी बहुत कुछ कह सकता हूं लेकिन अभी इसकी जरूरत नहीं है। उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि जिस तरह से यहां काम हो रहा है, हम सफल होंगे। यमुना का बहाव बहुत तेज है। उसे रोकना जरूरी है। यह समय किसी को दोष देने या टिप्पणी करने का समय नहीं है। अभी हमें टीम वर्क करने की जरूरत है। मैं भी बहुत कुछ कह सकता हूं लेकिन अभी इसकी जरूरत नहीं है।

रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण शहर में घुस रहा पानी- अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यमुना नदी के तेज बहाव के कारण इंद्रप्रस्थ पर वॉटर रेगुलेटर को नुकसान पहुंचा है। इसकी मरम्मत में तीन-चार घंटे का समय लग सकता है। रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण शहर में पानी घुसने लगा और आईटीओ, राजघाट के आसपास कई इलाके जलमग्न हो गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग कारण से पानी आ रहा है जैसे ITO पर यहां नाले के क्षतिग्रस्त होने की वजह से आया है, कहीं यमुना के कारण पानी आया है। अब राहत मिलनी शुरू हो जाएगी। धीरे-धीरे पानी नीचे जाने लगा है। अभी जलस्तर 208.38 तक आ गया है। दिल्ली में पानी की कटौती पर केजरीवाल ने कहा कि बाढ़ आने की वजह से यमुना का पानी पंप रूम, मशीन में आ गया है। अगर हम प्लांट को चलाएंगे तो उनमें करंट आएगा। जब तक पानी का स्तर कम नहीं होगा और पानी के स्तर कम होने के 24 घंटे बाद भी हम मशीन नहीं चला सकते क्योंकि मशीनों को सुखाने में भी समय लगेगा।

प्राकृतिक आपदा पर राजनीति नहीं करनी चाहिए- मनोहर लाल खट्टर

हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़ने पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि अभी जो बाढ़ आया है वो प्राकृतिक आपदा है, इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। पहाड़ी राज्यों में जो बारिश हुई है, अचानक उसका प्रभाव हमारी नदियों में बढ़ा है। यमुना में 1 लाख क्यूसेक पानी था जो अगले दिन अचनाक 3.70 लाख क्यूसेक हो गया। जहां तक पानी छोड़ने का सवाल है, हमने अरविंद केजरीवाल को बताया है कि बैराज में एक सीमित मात्रा में पानी को नियंत्रित कर सकते हैं। बैराज की क्षमता 1 लाख क्यूसेक पानी की है, उससे ज्यादा जो भी पानी होगा उसे रोकना मुश्किल है।

सीएम खट्टर ने कहा कि वहां से पानी छोड़ने के बाद सबसे पहले हरियाणा खुद प्रभावित हुआ है। हमारे कुछ ज़िलों के बाद दिल्ली आता है। इससे हम खुद प्रभावित हैं। अरविंद केजरीवाल को इस प्रकार का विषय नहीं रखना चाहिए कि पानी ज्यादा छोड़ा गया है।

पवन खेड़ा बोले दोषारोपण की वजह से खामियाजा भुगत रहे दिल्ली के लोग

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस मुद्दे पर कहा कि इसी दोषारोपण की वजह से दिल्ली के लोगों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। अरविंद केजरीवाल जी न पत्र लिखकर कहा कि हथिनी कुंड से पानी न छोड़ा जाए। क्या हरियाणा के लोग डूब जाएं? वहां से पानी छोड़ा जाना था और पानी आगे निकलना था। आपने नाले साफ नहीं किए। आप अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर का रखरखान नहीं रखते तो इसका खामियाजा लोगों को भुगता था।

केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने आप पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली ने उन लोगों को वोट दिया है जो दिल्ली की मदद के लिए आज तैयार नहीं हैं। हर समय जब विपदा आती है तब काम करने की जगह वो बोलते हैं कि ये गृह मंत्रालय का काम है, ये LG ने किया है, हरियाणा पानी छोड़ रहा है, पर काम नहीं करते। उनके बयान में पंजाब खो जाता है। कोरोना के समय में केंद्र ने उन्हें ऑक्सीजन दिया था लेकिन उनके पास ऑक्सीजन रखने के पर्याप्त साधन नहीं थे।