Amita Sachdeva Delhi Art Gallery Painting Controversy: दिल्ली की एक अदालत ने जाने-माने कलाकार एमएफ हुसैन की दो पेंटिंग्स को जब्त करने का आदेश दिया है। आरोप है कि इन पेंटिंग्स में आपत्तिजनक ढंग से हिंदू देवी-देवताओं का चित्रण किया गया है। दिल्ली की वकील अमिता सचदेवा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि दिल्ली आर्ट गैलरी (जिसे DAG World भी कहा जाता है) में लगाई गई दो पेंटिंग्स में भगवान हनुमान और गणेश को बेहद आपत्तिजनक तरीके से दिखाया गया है।
सचदेवा ने कहा था कि इस तरह के चित्र जानबूझकर बनाए गए हैं और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के मकसद से ऐसा किया गया है। एम एफ हुसैन की की 2011 में मौत हो गई थी।
दिल्ली आर्ट गैलरी के खिलाफ दर्ज हो FIR
सचदेवा ने मांग की है कि दिल्ली आर्ट गैलरी और इसके मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। दिल्ली आर्ट गैलरी के खिलाफ एफआईआर की मांग भारतीय न्याय संहिता की धारा 299 के तहत की गई है। उन्होंने दिल्ली आर्ट गैलरी से पेंटिंग्स को हटाने की मांग भी अदालत से की थी।
सचदेवा की ओर से पटियाला हाउस कोर्ट में पेश हुए एडवोकेट मकरंद अडकर ने अदालत के सामने कहा, “पेंटिंग में सनातन धर्म के सबसे पूजनीय देवता हनुमान और गणेश का अपमान किया गया है। यह अश्लीलता है। हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का जानबूझकर प्रयास किया गया है।”
क्या है यह पूरा मामला?
अमिता सचदेवा ने X पर की गई एक पोस्ट में कहा था, “मैंने 04.12.2024 को 22A, विंडसर प्लेस, कनॉट प्लेस, नई दिल्ली में DAG वर्ल्ड में प्रदर्शित आपत्तिजनक पेंटिंग्स की तस्वीरें क्लिक कीं और एमएफ हुसैन के खिलाफ पिछली एफआईआर की जांच करने के बाद 09.12.2024 को संसद मार्ग पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। 10.12.2024 को आईओ के साथ मुलाकात के दौरान पेंटिंग्स को हटा दिया गया और झूठा दावा किया गया कि इन पेंटिग्स को कभी प्रदर्शित ही नहीं किया गया।”
अमिता सचदेवा ने कहा था कि हुसैन भले ही दुनिया के सबसे महान कलाकार हों लेकिन उन्हें हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने का कोई हक नहीं है।
सुनवाई के दौरान जज साहिल मोंगा ने वकील से पूछा, “क्या सचदेवा की भावनाएं आहत हुई हैं या पूरे समुदाय की? क्योंकि दोनों ही अपराधों की अलग-अलग श्रेणियां हैं।” एडवोकेट मकरंद अडकर ने कहा, “पेंटिंग्स को (गैलरी से) हटा दिया गया, इसलिए उन्होंने स्वीकार किया कि अपराध किया गया था, सनातन धर्म सबसे सहिष्णु संस्कृति है। इसलिए हमने अपनी शिकायतें अदालत में रखीं। उन्होंने कहा कि इससे पूरे समुदाय की भावनाएं आहत हुई है।” इस पर जज मोंगा ने पूछा कि जब पेंटिंग्स हटा दी गई हैं फिर जांच की क्या जरूरत है?
क्या कहा दिल्ली आर्ट गैलरी ने?
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक, दिल्ली आर्ट गैलरी ने इन आरोपों के जवाब में कहा है कि इस मामले में जांच चल रही है और हम जरूरी सलाह ले रहे हैं। गैलरी की ओर से कहा गया है कि हम किसी भी तरह की अदालती कार्यवाही नहीं चाहते।