Delhi News: देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार लगातार एक्शन मोड में काम कर रही है। अब दिल्ली सरकार ने 12 आम आदमी मोहल्ला क्लीनिकों को शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर और 13 दिल्ली सरकार की डिस्पेंसरियों को आयुष्मान आरोग्य मंदिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बदलने के आदेश जारी किए हैं। इन की कुल लागत 2.55 करोड़ रुपये होगी।
चीफ इंजीनियर स्वास्थ्य द्वारा स्पेशल सेक्रेटरी बुनियादी ढांचे तो मंजूरी के लिए लिखे गए पत्र में बताया गया है कि संशोधन को तत्काल आधार पर पूरा किया जाना है। इस पत्र में कहा गया है कि इसकी निगरानी दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और उससे परे की जा रही है। इस तरह आयुष्मान आरोग्य मंदिर पीएचसी और यूएएएम भवनों के लिए मॉडल के तौर पर विचार किया जा रहा है।
कहां पर मौजूद हैं मोहल्ला क्लीनिक
12 आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक नई दिल्ली और सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में अनऑथराइज कॉलोनियों और झुग्गी झोपड़ी क्लस्टरों में मौजूद हैं। दिल्ली सरकार की 13 डिस्पेंसरियों में से दो-दो उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में मौजूद हैं। वहीं एक-एक नौ बाकी जिलों में मौजूद है। अपग्रेडेशन की औसत लागत सरकारी डिस्पेंसरी के लिए 15 लाख रुपये और मोहल्ला क्लीनिक के लिए 5-5 लाख रुपये रखी गई है। पत्र में कहा गया है कि ऐसे कामों के लिए कुल 2.55 करोड़ रुपये की जरूरत होगी।
‘मेरी हिम्मत की दाद दो…’, जब भरे मंच से बोलीं सीएम रेखा गुप्ता
कितनी होगी लागत
इस पत्र में यह भी कहा गया है कि इसको पूरा करने के लिए एक मोटा अनुमान वांछित था। हर एक औषधालय की लागत करीब 15 लाख रुपये होगी यानी कुल लागत 1.95 करोड़ होगी। इसके अलावा एएएमसी को शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर में अपग्रेड करने की औसत लागत 12 के लिए हर की एक 5 लाख रुपये है। इसलिए, इस तरह के काम के लिए कुल राशि 2.55 करोड़ रुपये है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने पिछले महीने कार्यभार संभालने के तुरंत बाद आप के मोहल्ला क्लीनिकों का नाम बदलने की घोषणा की थी। उन्होंने यह भी घोषणा की थी कि किराए की जगहों पर चल रहे 250 ऐसे क्लीनिक बंद कर दिए जाएंगे। यह कदम नवनिर्वाचित सरकार की 100 दिनों की योजना का हिस्सा है। आखिर कहां फंसी है रेखा सरकार