Delhi Chalo March: किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ के चलते आज सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। केंद्रीय मंत्रियों और किसान नेताओं के बीच देर रात तक बैठक चली। आंदोलन पर अड़े किसानों को मनाने की सरकार ने तमाम कोशिशें कीं, लेकिन 5 घंटे से ज्यादा समय तक चली बैठक बेनतीजा रही। अब किसान दिल्ली के शंभू बार्डर तक पहुंच चुके हैं। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए और ड्रोन से निगरानी भी की जा रही है। इसी बीच लालकिले को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है।

पिछली बार के किसान आंदोलन के दौरान अधिकतर किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी और लाल किले में घुस गए थे। साथ ही, जिस जगह तिरंगा लहराया जाता था। वहां पर चढ़ कर प्रदर्शनकारियों ने झंडा फहरा दिया था। इसके बाद स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी। इसके बाद आज किसानों के दिल्ली कूच के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा कारणों से एहतियातन लाल किले में आम लोगों की एंट्री पर पाबंदी लगा दी है। इसके साथ ही लाल किले के बाहर बैरिकेडिंग और कड़ी कर दी गई है।

दिल्ली मेट्रो के कुछ गेट बंद

किसानों के मार्च को देखते हुए डीएमआरसी ने भी बड़ा फैसला लिया है। पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, राजीव चौक
उद्योग भवन, मंडी हाउस, बाराखंभा रोड, जनपथ, खान मार्केट समेत 9 मेट्रो स्टेशन के गेट को बंद कर दिया गया है। साथ ही, इनके बाहर पुलिस बल भी तैनात है।

पंजाब-हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान एक बार फिर सड़कों पर उतर आए हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) समेत अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए किसानों ने एक बार फिर आंदोलन का हथियार उठा लिया है। 200 से ज्यादा किसान संगठन आज 13 फरवरी को दिल्ली की ओर मार्च कर रहे हैं।

दिल्ली की सीमाएं सील

किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले हजारों किसान बॉर्डर पर डटे हुए हैं। दिल्ली पुलिस इस बार भी इस बात पर अड़ी हुई है कि वो किसी भी कीमत पर किसानों को दिल्ली में घुसने नहीं देगी। पुलिस और सीआरपीएफ के जवान किसानों से मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सड़क को बैरिकेड्स, भारी सीमेंट बैरिकेड्स, कंटेनर और डंपरों से रोक दिया गया है। दिल्ली के आसपास की सीमाएं चारों तरफ से सील कर दी गई हैं। वहीं, शंभू बार्डर पर झड़प होने की भी जानकारी सामने आई है।