करनाल से भाजपा सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा ने एक राष्ट्रीय अखबार में राजनीतिक पारी शुरू करने वाली प्रियंका गांधी की तारीफ कर भगवा खेमे को मुश्किल में डाल दिया। बीमारी के चलते आगामी लोकसभा चुनाव ना लड़ने की घोषणा कर चुके सांसद ने अपने लेख में प्रियंका गांधी की तुलना पूर्व पीएम इंदिरा गांधी से कर डाली। बाद में विवाद बढ़ा तो उन्होंने भाजपा के हरियाणा अध्यक्ष सुभाष बराला को स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि राजधानी के लोधी स्टेट में वह प्रियंका के पड़ोसी थे और उनके परिवार के साथ उनके अच्छे संबंध थे। उन्होंने साफ किया कि उनकी टिप्पणी को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए।
जानना चाहिए कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा बहन प्रियंका गांधी को कांग्रेस का महासचिव बनाने और उत्तर प्रदेश में अहम जिम्मेदारी मिलने के बाद सांसद अश्विनी कुमार ने एक राष्ट्रीय अखबार में संपादकीय के जरिए अपनी राय रखी। उन्होंने प्रिंयका के राजनीति में आने की खूब तारीफ करते हुए उन्हें इंदिरा गांधी का अक्स कहा। लेख में उन्होंने लिखा, ‘कांग्रेस की राजनीति कभी भी संकीर्ण दायरों जैसे कि जाति, धर्म, बिरादरी और वर्ग के खांचों में बांटने वाली नहीं रही है और इसने बुरे से बुरे दौर में भी उन सिद्धांतों का दामन नहीं छोड़ा, जो जिसकी अलम्बरदारी गांधी, नेहरू, मौलाना आजाद व आंबेडकर से लेकर इंदिरा गांधी तक ने की और समाज के पिछड़े व गरीब तबकों के लिए जी-जान से इस तरह काम किया कि आजादी के बाद से भारत लगातार विकास की सीढ़ियां दुनिया को मुंह चिढ़ाते हुए चढ़ता रहा और खेत-मजूदर से लेकर प्रयोगशालाओं में काम करने वाला वैज्ञानिक तक इसकी संपत्ति में इजाफा करता रहा।’
लेख में आगे लिखा गया, ‘कांग्रेस की राजनीति का मुख्य केन्द्र सृजन रहा है और विध्वंस की राजनीति का इसने हमेशा तिरस्कार किया है। दरअसल, पिछली पूरी सदी का भारत का इतिहास कांग्रेस पार्टी का ही इतिहास है। इसी की कवायद में भारत के लोगों ने अपने मुल्क की तस्वीर बदलती देखी है और अन्न के लिए विदेशों से मदद मांगने की जगह आत्मनिर्भरता प्राप्त करते देखा है और परमाणु शक्ति बनते देखा है, साथ ही पूरी दुनिया में मानवीयता का मजबूत किला बनते भी देखा है।’