BJP Candidates in Delhi: लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी राजधानी नई दिल्ली की सीटों पर किन 7 चेहरों को रण में उतारेगी, यह सभी जानना चाहते हैं।राजधानी नई दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों पर विचार करने के लिए गुरुवार शाम को बीजेपी की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की मीटिंग होगी। इस मीटिंग की अध्यक्षता पीएम नरेंद्र मोदी करेंगे।
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दी गई जानकारी के अनुसार, बीजेपी सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की मीटिंग में 17 – 18 नामों के एक पैनल पर विचार किया जाएगा। यह पैनल दिल्ली बीजेपी की स्टेट यूनिट के साथ विचार विमर्श के बाद तैयार किया गया है। कहा जा रहा है कि अगले हफ्ते बीजेपी प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी हो सकती है।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों के इस पैनल में पार्टी की दिग्गज नेता रहीं सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज, अनिल शर्मा, सतीश उपाध्याय का नाम है। ये नाम नई दिल्ली लोकसभा सीट के लिए हैं।
मनोज तिवारी का नाम फाइनल!
- सूत्रों की मानें तो नॉर्थ ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से मनोज तिवारी का नाम तकरीबन ‘फाइनल’ माना जा रहा है। उनके अलावा घोंडा से बीजेपी के विधायक अजय महावर भी इस सीट से संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट में हैं।
- नॉर्थ वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट पर योगेंद्र चंदोलिया और दुष्यंत गौतम के नाम पर विचार किया जाना है। वेस्ट दिल्ली लोकसभा सीट पर सांसद प्रवेश वर्मा, कुलजीत चहल, कमलजीत सहरावत संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट में शामिल हैं।
- बात अगर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट की करें तो दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और जनरल सेक्रेटरी हर्ष महाजन का नाम भी यहां संभावित उम्मीदवारों में है।
- चांदनी चौक लोकसभा सीट पर जिन प्रत्याशियों के नाम पर विचार किया जाएगा, उनमें विष्णु मित्तल, रेखा गुप्ता और प्रवीण खंडेलवाल शामिल हैं। साउथ दिल्ली लोकसभा सीट पर रमेश बिधुड़ी के अलावा बदरपुर से विधायक रामवीर सिंह बिधुड़ी के नाम की चर्चा है।
चौंका भी सकती है CEC
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह के साथ बीजेपी की सीनियर लीडरशिप की गहन चर्चा के बाद करीब 28 संभावित नामों का एक पैनल तैयार किया गया था। सूत्रों ने बताया कि पार्टी आमतौर पर ऐसे नामों के पैनल में से ही 80 फीसदी प्रत्याशी घोषित करती है। हालांकि कई बार सीईसी चौंका भी देती है और इस बार नई दिल्ली और साउथ दिल्ली लोकसभा सीटों पर ऐसा हो सकता है क्योंकि कई केंद्रीय मंत्री यहां से सियासी किस्मत आजमाना चाहते हैं।