आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं। उन पर एक अपराधी को पुलिस की हिरासत से भगाने का आरोप लगा है। पुलिस ने इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी। अब इस मामले में पुलिस ने अमानतुल्लाह खान के खिलाफ दंगे से जुड़ी बीएनएस की धारा भी जोड़ दी है। अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश भी दे रही है।
क्या लगा आरोप
अमानतुल्लाह खान पर जामिया नगर इलाके में पुलिस के काम में बाधा पहुंचाने का आरोप लगा है। चुनाव से ठीक दो दिन पहले पुलिस एक आरोपी गिरफ्तार करने पहुंची थी। आरोप है कि अमानतुल्लाह खान ने पुलिस की हिरासत से आरोपी को छुड़ा लिया था। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की थी। अब पुलिस ने बीएनएस की धारा 191(2) के तहत कार्रवाई शुरू की है। यह धारा तब लगाई जाती है जब कोई व्यक्ति गैरकानूनी सभा का हिस्सा था और उस सभा में मकसद के तहत कोई अपराध हुआ। सोमवार शाम को जब पुलिस उन्हें पकड़ने पहुंची तो अमानतुल्ला अपने घर पर नहीं मिले।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक वह सोमवार को जामिया नगर में शाहबाज खान को गिरफ्तार करने पहुंची। शाहबाज हत्या की कोशिश और आर्म्स ऐक्ट में वांछित अपराधी है। जनवरी 2018 में शाहबाज के खिलाफ दर्ज एफआईआर के मुताबिक उसने आपसी रंजिश में तीन लोगों पर हमला किया था और एक को बुरी तरह जख्मी कर दिया था। उसे हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में उसे जमानत मिल गई थी।
इसके बाद से वह पुलिस के समन को लगातार ठुकरा रहा था और कोर्ट की तारीखों पर भी पेश नहीं हो रहा था। सोमवार को जब पुलिस शाहबाज से पूछताछ कर रही थी तभी अचानक वहां कुछ लोग पहुंच गए। इसी बीच अमानतुल्लाह खान भी मौके पर पहुंचे। आरोपी शाहबाज मौके से फरार हो गया।