केंद्र सरकार की दीनदयाल जन आजीविका योजना-शहरी (डीजय-एस) को अब दिल्ली में लागू करने की तैयारी की जा रही है। दिल्ली सरकार के समाज कल्याण विभाग ने योजना को पायलट परियोजना के तौर पर क्रियान्वित करने के लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति शुरू कर दी है।

आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, दीनदयाल जन आजीविका योजना-शहरी का उद्देश्य शहरी गरीबों को केंद्र सरकार की नौ प्रमुख योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाना है। इसमें प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना, प्रधानमंत्री बीमा सुरक्षा योजना, एक राष्ट्र एक राशन कार्ड योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना प्रमुख रूप से शामिल हैं।

योजना के तहत वंचित वर्ग के लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने की दिशा में काम किया जाएगा। दक्षिणी जिला के जिला समाज कल्याण अधिकारी (डीएसडब्लूओ) को डीजय-एस की पायलट परियोजना को क्रियान्वित करने के लिए जिला स्तरीय समिति का सदस्य/नोडल अधिकारी नामित किया है। इस बाबत आधिकारिक तौर पर समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक (प्रशासन) की तरफ से एक आदेश भी जारी किया गया है।

योजना के माध्यम से स्वरोजगार और मजदूरी रोजगार के अवसर प्रदान कराना

जानकारी के मुताबिक दीनदयाल जन आजीविका योजना-शहरी का मकसद शहरी क्षेत्रों में स्थायी आजीविका के अवसर पैदा करना है। इसमें कौशल प्रशिक्षण, रियायती ब्याज दर पर बैंक ऋण और सामुदायिक संगठनों के माध्यम से स्वरोजगार और मजदूरी रोजगार के अवसर प्रदान कराना आदि शामिल हैं।

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योजना के तहत पात्र लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके इसके लिए श्रमिक और सामाजिक संगठनों व निगम पार्षदों को जागरूकता अभियान चलाने के लिए कहा जाएगा। दक्षिण पश्चिम एवं दक्षिणी जिला समिति के नोडल अधिकारी धर्मेंद्र प्रसाद ने बताया कि इस बारे में आज ही जानकारी मिली है। योजना के क्रियान्वयन की दिशा में जो कार्य करने होंगे, वह किया जाएगा।