मध्यप्रदेश के हरदा जिले में पानी से घिरे रेल पुल को पार करते समय हुई दोहरी रेल दुर्घटना में नदी के नीचे की ओर तीन शव और मिलने से हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गयी है।
यहां से लगभग 25 किलोमीटर दूर रेलवे के खिरकिया और भिरंगी खंड के बीच चार अगस्त मंगलवार की आधी रात के आसपास बाढ़ के पानी से घिरे नदी के रेल पुल को पार करते समय दो ट्रेनों के 17 डिब्बे और एक इंजन उफनती माचक नदी में गिर गये थे। मुंबई से वाराणसी जा रही कामायनी एक्सप्रेस पहले हादसे का शिकार हुई और कुछ ही मिनट बाद विपरीत दिशा से आ रही पटना से चलकर मुंबई जाने वाली जनता एक्सप्रेस का इंजन और डिब्बे नदी में गिरे थे।
पश्चिम मध्य रेलवे जोन के महाप्रबंधक रमेश चन्द्र ने आज दोपहर फोन पर बताया कि रेलवे के मुख्य सुरक्षा आयुक्त डीके सिंह ने हादसे की जांच के लिये आज घटनास्थल का दौरा किया है। उन्होंने कहा, ‘‘कल रात हमें दुर्घटनास्थल पर नदी के नीचे के ओर तीन शव और मिले हैं। इसे मिलाकर इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गयी है।’’
उन्होंने कहा कि नदी के बहाव की दिशा में घटनास्थल से एक किलोमीटर से अधिक दूर तक लोगों के शव मिले हैं। चंद्र ने कहा कि कुल 28 मृतकों में से 12 मृतकों के शव रेल के डिब्बों से मिले हैं, जबकि शेष लोगों के शव आसपास से मिले हैं। आसपास से मिलने वाले लोगों के शवों की रेल यात्री होने की पुष्टि के बाद इन्हें रेल हादसे के पीड़ितों में गिना जायेगा। उन्होंने कहा कि रेल हादसे के बाद हमारा राहत अभियान पूरा हो गया है।
रमेश चंद्र ने दोहरे रेल हादसे के कारण के बारे में पूछे जाने पर कहा कि प्रथमदृष्ट्या इस दुर्घटना की वजह भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ लगता है। लेकिन इससे पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि बादल फटने अथवा निकटवर्ती किसी बांध के टूटने के कारण यह हादसा हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश सरकार के अधिकारियों से इस संबंध में विस्तृत चर्चा के बाद अब यह तथ्य सामने आया है कि इलाके में भारी बारिश की वजह से यह हादसा हुआ है।’’
उन्होंने कहा कि इलाके में तेज बारिश और बाढ़ से पुल पर पटरियों के नीचे से मिट्टी और गिट्टी बह जाने की वजह से उनका आधार खिसकने से यह दोहरी रेल दुर्घटना हुई है। हालांकि विस्तृत जांच के बाद रेल हादसे का सही कारण सामने आ जायेगा।
पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ने कहा, ‘‘दुर्घटना स्थल पर रेल लाइन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं, इसलिये यहां पर नई रेल लाइन बिछाई जायेगी। रविवार तक इस रेल खंड पर यातायात बहाल करने के लिये रेलवे द्वारा युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है।’’
इस दोहरी रेल दुर्घटना से रेलवे को हुई क्षति के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘हादसे में हुई क्षति का आंकलन बाद में किया जायेगा। हादसे से पीड़ित लोगों को राहत पहुंचाना और इस रेल खंड पर रेल यातायात बहाल करना हमारी पहली प्राथमिकता है।’’