”मम्मी, मैं तुझे बहुत प्यार करता हूं। आज शायद मैं नहीं बचूंगा। लेकिन फिर भी मौत को सामने खड़ा देखकर भी आज मुझे डर नहीं लग रहा है।” दिल को तोड़ देने वाले ये शब्द दूरदर्शन की टीम में शामिल मोरमुकुट शर्मा ने उस वीडियो संदेश में कहे थे जो उन्होंने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सली हमले के वक्त रिकॉर्ड किए थे। शर्मा के सहकर्मी कैमरामैन अच्युतानंद साहू की हमले के दौरान मौत हो गई थी। जबकि दो अन्य सुरक्षाकर्मी भी मौके पर ही शहीद हो गए थे।

जैसे ही दूरदर्शन की टीम पर हमला शुरू हुआ, उसके कुछ ही क्षणों के बाद दूरदर्शन के लाइटिंग सहायक मोरमुकुट शर्मा ने अपना फोन निकाला और अपनी मां के लिए एक संदेश रिकॉर्ड किया। इस वीडियो में मोरमुकुट शर्मा जमीन पर लेटे हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्हें कैमरे पर फुसफुसाते हुए भी सुना जा सकता है। इस संदेश को रिकॉर्ड करते वक्त आसपास चल रही गोलियों की आवाज को भी बैकग्राउंड में सुना जा सकता है।

शर्मा ने ये कहते हुए अपने संदेश को शुरू किया कि हमला हो चुका है। मौत आ गई है, ये समझ चुके शर्मा ने एक वीडियो संदेश को रिकॉर्ड करना शुरू किया,”हम चुनाव की कवरेज के लिए दंतेवाड़ा आए थे। हम एक सड़क पर थे। सुरक्षाकर्मी हमारे साथ थे। अचानक आतंकवादियों ने हमें चारों तरफ से घेर लिया। मम्मी मैं तुझे बहुत प्यार करता हूं। हो सकता है कि मैं इस हमले में मारा जाऊं। बाद में मोरमुकुट शर्मा ने कहा कि वह डरे हुए नहीं हैं। उन्होंने कहा,”पता नहीं क्यूं मौत को सामने देख डर नहीं लग रहा है। बचना मुश्किल है यहां पर। 6—7 जवान हैं साथ में। चारों तरफ से ​घेर लिए हैं। अभी मैं ये ही कहूंगा।” शर्मा ने ये कहकर अपना संदेश खत्म कर दिया।

बता दें कि मंगलवार (30 अक्टूबर) को नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हिंसा की बड़ी वारदात को अंजाम दिया था। नक्सलियों ने अपने हमले में पुलिस और मीडिया को निशाना बनाया था। इस हमले में दो पुलिसकर्मियों और दूरदर्शन के एक कैमरा मैन समेत 3 लोगों की मौत हुई थी। जानकारी के मताबिक, नक्सलियों ने हमला उस वक्त किया जब मीडिया की एक टीम कुछ पुलिसकर्मियों के साथ एक गांव की ओर जा रही थी।

घटना के बारे में दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा- दूरदर्शन की टीम के दो सदस्यों ने करीब 150 मीटर रेंगकर जान बचाई। हमले के दौरान जब दिल्ली से आए दो लोगों की टीम पर नक्सलियों ने हमला किया तो हमारे जवानों ने उन्हें बचाया। इस दौरान एक सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल की मौत हो गई। एसपी ने कहा कि उनके 30 जवानों ने 300 नक्सलियों को खदेड़ दिया, वरना हिंसा की यह घटना और भी बड़ी हो सकती थी।