गुवाहाटी। असम के पूर्व पुलिस महानिदेशक शंकर बरुआ ने बुधवार को अपने निवास पर खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। सारदा घोटाले के सिलसिले में पिछले महीने सीबीआइ ने उनके परिसरों की तलाशी ली थी।
गुवाहाटी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एपी तिवारी ने बताया कि बरुआ को फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि हम मौत के कारणों की जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही विस्तार से कुछ कह पाएंगे। बरुआ का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। बताया जाता है कि उनके सिर पर गोली लगी थी। उनके परिवार के सूत्रों ने बताया कि सारदा घोटाले में उनका नाम कथित रूप से जोड़े जाने से वह अवसाद में थे। उन्हें पिछले हफ्ते दिल में दिक्कत होने पर एक अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से बुधवार सुबह ही उन्हें छुट्टी मिली थी।
उनके परिवार के एक सूत्र ने बताया कि वह अस्पताल से आए और आधे घंटे के अंदर छत पर गए। वहां उन्होंने पिस्तौल से खुद को गोली मार ली। परिवार के लोग उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में ले गए। उन्होंने कहा कि टीवी पर निरंतर अपने नाम को लेकर चल रही कवरेज से पूर्व पुलिस महानिदेशक बहुत परेशान थे। सीबीआइ प्रवक्ता ने दिल्ली में बताया कि असम के पूर्व पुलिस महानिदेशक से न तो पूछताछ की गई और न ही उन्हें तलब किया था।
बरुआ का नाम इस घोटाले में तब सामने आया था जब यहां सारदा मीडिया हाउस के एक कर्मचारी ने पिछले साल आरोप लगाया था कि बरुआ ने उन्हें संरक्षण दिया था और इसका इंतजाम लोकप्रिय असमिया गायक व फिल्मकार सदानंद गोगोई ने इस ग्रुप की ओर से किया था। गोगोई को सीबीआइ पूछताछ के लिए कोलकाता ले गई थी और 12 सितंबर को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। सीबीआइ ने करोड़ों रुपए के इस पोंजी घोटाले के सिलसिले में 28 अगस्त को 12 परिसरों पर छापा मारा था। इस दौरान असम के दो पूर्व मंत्रियों के निवासों पर छापे शामिल थे।
असम के पूर्व डीजीपी शंकर बरुआ ने की खुदकुशी
गुवाहाटी। असम के पूर्व पुलिस महानिदेशक शंकर बरुआ ने बुधवार को अपने निवास पर खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। सारदा घोटाले के सिलसिले में पिछले महीने सीबीआइ ने उनके परिसरों की तलाशी ली थी। गुवाहाटी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एपी तिवारी ने बताया कि बरुआ को फौरन अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें […]
Written by भाषाAakriti Arora
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First published on: 18-09-2014 at 10:07 IST