मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की पहचान एक वैश्विक आतंकी के तौर पर है। यहीं नहीं कई देशों में उसे नारको टैरर (ड्रग्स का कारोबार) चलाने वाले के तौर पर भी जाना जाता है। हालांकि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को उसके ही एक गुर्गे ने चूना लगा दिया है। खलीक अहमद नाम का दाऊद का गुर्गा 40 करोड़ रुपए लेकर गायब हो गया है। इंटेलिजेंस इंटरसेप्ट्स के मुताबिक खलीफ को दिल्ली के एक सफेदपोश से 45 करोड़ लेने थे और उसमें से 40 करोड़ हवाला के जरिए विदेश भेजने थे। इसमें 5 करोड़ रुपए खलीक को मिलने थे। दाऊद का गुर्गा खलीक पूरे 40 करोड़ के साथ गायब हो गया है।
टीओई के मुताबिक भारतीय खुफिया एजेंसियों को यह जानकारी पाकिस्तान में बैठे दाऊद के गुर्गे जाबिर मोती और खलीक अहमद के बीच फोन पर हुई बातचीत से हुई। खलीफ अहमद, भारत और शारजाह के बीच आता-जाता रहता है और इस नंबर +9170852*22* का प्रयोग करता है। इंटरसेप्ट्स के मुताबिक मोती, खलीफ से दाऊद के किसी गुर्गे रजाक भाई का नाम लेकर पैसों के बारे में पूछता है। दाऊद के गुर्गे रज्जाक के अनुसार, खलीक ने बड़े हजरत (दाऊद) के नाम का दुरुपयोग कर पैसों का गबन किया है, जिससे डॉन का नाम खराब हुआ है।
खुलासा हुआ है कि खलीक को पकड़ने के लिए दाऊद की D कंपनी ने दो जासूसों को भी 26 नवंबर 2015 को दिल्ली से कनाडा भेजा था। सूत्रों के मुताबिक खलीफ मणिपुर में छिपा हुआ है। सफेदपोश से लिए 40 करोड़ में से आधा पैसा पनामा बैंक में भेजा जाना था और बाकी का आधा पैसा दाऊद के विदेशी कारोबार में निवेश किया जाना था। बातचीत से खुलासा हुआ है कि दाऊद के गुर्गे खलीक अहमद ने अपने ऊपर लगे गबन के आरोपों का खंडन किया है। उसकी तरह से कहा गया कि इस पूरे मामले में कुछ कन्फ्यूजन है। खलीफ के मुताबिक रज्जाक ने आकउंट में पैसे जमा करने के दौरान कुछ गलती की, जिसके चलते पैसों को ब्लॉक कर दिया गया।
