पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने 26/11 मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत को बताया कि इशरत जहां के बारे में उसे व्यक्तिगत जानकारी नहीं है। इस बारे में उसे मीडिया से जानकारी मिली। हेडली ने न्यायाधीश जीए सनप के सामने वीडियो लिंक के जरिए जिरह के दौरान कहा- यह कहना सही होगा कि मुझे इशरत जहां के बारे में कोई निजी जानकारी नहीं है। पिछले महीने गवाही के दौरान हेडली ने कहा था कि मुंबई की 19 साल की छात्रा इशरत जहां लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ी हुई थी। गुजरात में 2004 में एक कथित फर्जी मुठभेड़ में इशरत जहां और तीन अन्य लोग मारे गए थे। चारों गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या करने के षड्यंत्र में शामिल होने के आरोपी थे। हेडली ने कहा कि जब लखवी ने मुजम्मिल भट को मुझसे मिलवाया तो उसने मुझसे कहा कि वह (भट) लश्कर के शीर्ष कमांडरों में से एक है और उसने अक्षरधाम मंदिर, इशरत जहां जैसे कुछ अभियानों को अंजाम दिया है। मुझे इशरत जहां के बारे में मीडिया से पता चला। यह मेरे विचार थे कि इशरत जहां अभियान असफल क्यों हुआ।
हेडली (55) से वीडियो लिंक के जरिए चार दिनों तक लंबी पूछताछ के बाद शनिवार को जिरह खत्म हो गई। वह अमेरिका में 35 साल की कैद की सजा काट रहा है। हेडली ने पिछले महीने अभियोजन को बताया था कि लश्कर की एक महिला शाखा है। जिरह के दौरान उसने कहा कि मुझे महिला शाखा की जानकारी नहीं है जिसका उपयोग हमले में किया जाता हो। बचाव पक्ष ऐसा पहले से मानकर चल रहा है। लेकिन एक महिला शाखा है जो महिला मुद्दोंं और अन्य सामाजिक बातों पर गौर करता है। यह शाखा धार्मिक शिक्षा, विधवाओं और अन्य ऐसी बातों को देखती है। यह पूछने पर कि जब वह रेकी करने भारत आया था तो क्या उसने यहां के उपराष्ट्रपति के आवास की वीडियोग्राफी भी की थी, उसने कहा कि भवन के केवल बाहरी हिस्से की वीडियोग्राफी की गई।
हेडली ने कहा कि लश्कर प्रमुख और 26/11 हमले के सरगना हाफिज सईद ने मुंबई आतंकवादी हमले से पहले उससे कहा था कि शिवसेना प्रमुख बाला साहब ठाकरे को सबक सिखाने की जरूरत है। लश्कर के आतंकवादी ने सईद से कहा था कि इसे अंजाम दिया जाएगा और इसे पूरा करने में छह महीने का समय लगेगा।
इसके बाद हेडली से जिरह खत्म कर दी गई। इसके तुरंत बाद अभियोजक उज्ज्वल निकम ने फिर से पूछताछ का आवेदन दिया, जिसे अदालत ने मंजूरी दे दी। निकम की ओर से फिर पूछताछ में हेडली ने कहा कि इससे पहले गवाही देते समय उसने मुंबई में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) का जिक्र किया था। पाकिस्तान के मेजर इकबाल के कहने पर मैंने बार्क का दौरा किया।
हेडली ने बचाव पक्ष के वकील से कहा- यह कहना आधारहीन है कि मैं अपनी पत्नी शाजिया, भाई डैनियल और दोस्त सौलत राणा के 26/11 हमले में भूमिका को दबा रहा हूं ताकि उन्हें बचा सकूं। उसने इस बात से भी इनकार किया कि इस मामले में अमेरिकी अदालत में उसने इसलिए गलती स्वीकार कर ली ताकि 26/11 हमले में कथित भूमिका के लिए अपने परिवार के सदस्यों को गिरफ्तारी, संपत्ति जब्त होने और जुर्माना लगने से बचाया जा सके। एक सवाल के जवाब में हेडली ने कहा कि उसका मानना है कि भारत, इजराइल और अमेरिका इस्लाम के दुश्मन हैं। गवाही खत्म होने से पहले हेडली ने बचाव पक्ष के वकील से कहा- कहा सुना माफ।