गुजरात के जूनागढ़ में देर रात पुलिस और प्रशासन की और बड़ी कार्रवाई की गई है। करीब 20 साल पुरानी एक दरगाह को पुलिस ने आधी रात में ढहा दिया गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा है। सुबह जब लोग सोकर उठे तो उन्हें नजारा और बदला हुआ नजर आया। प्रशासन की ओर से दरगाह के अलावा दो मंदिरों पर भी कार्रवाई की गई है। प्रशासन ने पिछले साल भी इस दरगाह को तोड़ने की कोशिश की थी लेकिन भारी बवाल होने के बाद कार्रवाई को रोकना पड़ा था।

पिछले साल हुआ था बवाल

जूनागढ़ के मजवेड़ी गेट में आधी रात 2 बजे करीब 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों के साथ प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर पहुंची। पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया और बुलडोजर से दरगाह को ढहा दिया गया। प्रशासन की यह कार्रवाई सुबह 5 बजे तक चली। करीब 3 घंटे की इस कार्रवाई में दरगाह का मलबा मौके से हटा दिया गया।

पिछले साल जब प्रशासन की टीम यहां कार्रवाई के लिए पहुंची तो हिंसक भीड़ ने पत्थरों से अटैक कर कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया था। इस हिंसा में कई लोग घायल भी हो गए थे। प्रशासन के मुताबिक यह दरगाह अवैध जमीन पर बनी थी।

बता दें कि पिछले दिनों उत्तराखंड के हल्द्वानी में भी एक अवैध मदरसे को तोड़ने को लेकर भारी बवाल हुआ था। इस दौरान भीड़ ने पुलिस पर पत्थर और पेट्रोल बम से हमला कर दिया। इस हिंसा में 5 लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक को गिरफ्तार कर लिया है। उत्तराखंड सरकार उपद्रवियों से सरकारी और निजी संपत्ति को हुए नुकसान को लेकर एक अध्यादेश भी लेकर आई है।