दादरी कांड को लेकर अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) एक नए कड़ी को ओर सबका ध्यान करते नज़र आ रहे हैं।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की मानें तो दादरी मामला आपसी रंजिश का नतीजा था, क्योंकि मोहम्मद अखलाक के बेटे का हिंदू लड़की के साथ लव अफेयर चल रहा था। लोकल नेताओं ने इसे बीफ (गोमांस) खाने का मुद्दा बना दिया।

इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। आपको याद होगा कि ग्रेटर नोएडा के दादरी में गोमांस की अफवाह पर मोहम्मद अखलाक का पीट-पीटकर मर्डर कर दिया गया था।

इसी घटना वाले दिन अखलाक के साथ उसके छोटे बेटे दानिश पर भी हमला हुआ था। वह फिलहाल हॉस्पिटल में एडमिट है, जबकि बड़ा बेटा सरताज चेन्नई में इंडियन एयरफोर्स में टेक्निशियन है। हालांकि, अपने बयान में एबीवीपी ने ये साफ नहीं किया कि अखलाक के दोनों बेटों में से किसका अफेयर हिंदू लड़की के साथ चल रहा था।

एबीवीपी के अवध रीजन ऑर्गेनाइजेशन सेक्रेटरी सत्यभान ने बताया, “वेस्टर्न यूपी के कई मीडिया रिपोर्ट्स में भी ये सामने आ चुका है कि अखलाक के बेटों का गांव के ही हिंदू लड़की के साथ अफेयर चल रहा था।

उस लड़की के घरवालों ने इसी बात को लेकर अखलाक के परिवार पर हमला किया था।” सत्यभान के मुताबिक, “कुछ पार्टी के लीडरों ने साजिश के तहत इस मुद्दे को डायवर्ट कर दिया और बीफ खाने की अफवाह फैला दी। ऐसा सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए किया गया था।”

सत्यभान की मानें, तो दादरी मामले में तुष्टीकरण की राजनीति का ही नतीजा है। यूपी सरकार ने विक्टिम फैमिली की मदद इसलिए की, क्योंकि वे माइनॉरिटी कम्युनिटी से थे।

बकरीद के एक दिन पहले से बिसहड़ा गांव में एक बछड़ा चोरी हो गया था। 28 सितंबर की रात अखलाक को एक प्लास्टिक बैग लिए घर से निकलते देखा गया। अखलाक ने इसे कचरे में डाल दिया। वहां मौजूद एक बच्चे ने यह बात लोगों को बता दी। कथित रूप से इसका एलान मंदिर के लाउडस्पीकर से किया गया। इसके बाद कुछ लोग अखलाक के घर पहुंचे और उससे मारपीट की। अखलाक की मौत हो गई।