मौसम विभाग ने बताया कि एक दुर्लभ घटना के तहत अरब सागर में दो चक्रवाती तूफान एक साथ चल रहे हैं। इनमें से एक के अगले 24 घंटे में लक्षद्वीप से गुजरने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि अरब सागर में बना गहरा दबाव बुधवार शाम चक्रवात ”महा” में तब्दील हो गया। तूफान ‘महा’ को लेकर लक्षद्वीप में दो दिनों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। साथ ही केरल के भी छह जिले ऐसे हैं जहां पर इस तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। इन इलाकों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
क्यार तूफान: भारत के पश्चिमी समुद्री तट पर एक अन्य दुर्लभ घटना के तहत ”क्यार” मंगलवार को भीषण चक्रवात में परिर्वितत हो गया था। बुधवार को यह कमजोर पड़कर गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया जबकि गहरे दबाव का क्षेत्र चक्रवाती तूफान ”महा” में परिर्वितत हो गया। बंगाल की खाड़ी में सामान्यत: ऐसे तूफान आते हैं।
एकसाथ उठे दो तूफान: महापात्र ने कहा कि यह दुर्लभ घटना है जब अरब सागर में दो तूफान एक साथ आए हैं। उन्होंने पीटीआई भाषा को बताया कि इसके (महा) अगले 24 घंटों में लक्षद्वीप से गुजरने की संभावना है। मौसम विभाग के चक्रवात चेतावनी विभाग ने कहा है कि दो नवंबर तक इसके अधिक गंभीर चक्रवात में बदलने का अनुमान है। मछुआरों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है। मछुआरों को 31 अक्टूबर तक दक्षिण पूर्व अरब सागर और चार नवंबर तक पूर्व मध्य अरब सागर में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
आईएमडी का अनुमान: मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान एमएचए लक्षद्वीप के ऊपर 9.0 ° एन और देशांतर 74.1 ° ई के निकट केंद्रित है और दक्षिण-पूर्व अरब सागर और मालदीव के निकटवर्ती क्षेत्र, मिनिकॉय (लक्षद्वीप) से 130 किमी उत्तर पूर्व में स्थित है। लक्षद्वीप क्षेत्र में अगले 24 घंटों के दौरान यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा।