Cyclone Michaung News: आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके के लिए अगले कुछ घंटे बेहद खतरनाक है। IMD के अनुसार, गंभीर चक्रवाती तूफान ‘मिगजौम’ 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अगले चार घंटे के दौरान बापटला के समीप दक्षिणी आंध्र प्रदेश तट को पार करेगा। इससे पहले इस तूफान ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में कहर बरपाया था। IMD ने अभी भी उत्तरी तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी में अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना जताई है। चक्रवात ‘मिगजौम’ के कारण चेन्नई और आसपास के जिलों में सोमवार को बाढ़ ने तबाही मचााई दी जिससे जनजीवन बाधित हो गया।
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा साझा किए गए आंकड़े के अनुसार कोनसीमा, काकीनाडा, कृष्णा, बापटला और प्रकाशम के सात जिलों से 9,454 लोगों को 211 राहत शिविरों में सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। राज्य सरकार ने कोनसीमा जिले, काकीनाडा (523), कृष्णा (1,814), बापटला (702), प्रकाशम (128), नेल्लोर (1,991) और तिरुपति (3,386) से 910 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पहुंचाया। राहत प्रयासों के तहत 10,251 खाद्य पैकेट और 18,068 पानी के पैकेट वितरित किए गए।
गंभीर चक्रवाती तूफान ‘मिगजौम’ आंध्र प्रदेश के बापटला के निकट तट से जल्द टकराने वाला है। एक अधिकारी ने कहा कि पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बनी मौसम प्रणाली दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के साथ-साथ और उससे दूर उत्तर की दिशा में समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ रही है और अगले दो घंटों में इसके तट को पार करने की उम्मीद है।
स्टालिन ने बताया कि मूसलाधार बारिश से प्रभावित चेन्नई सहित नौ जिलों में कुल 61,666 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें अब तक भोजन के लगभग 11 लाख पैकेट और दूध के एक लाख पैकेट वितरित किये जा चुके हैं। बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण जनहानि को लेकर स्टालिन ने बताया कि अब तक सात लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें पड़ोसी चेंगलपट्टू जिले में दीवार गिरने से हुई मौतें भी शामिल हैं।
तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई और राज्य के कुछ अन्य जिलों में लगातार बारिश से क्षतिग्रस्त हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण और लोगों को राहत प्रदान करने के लिए 5,000 करोड़ रुपये की अंतरिम केंद्रीय सहायता मांगी है। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए DMK के नेता तिरुचि शिवा ने कहा कि भीषण चक्रवात ‘मिगजौम’ के कारण भारी बारिश से चेन्नई और अन्य जिले जलमग्न हो गए हैं। चक्रवात के दस्तक देने से कुछ घंटे पहले आई बाढ़ में एक बच्चे सहित कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई।
तमिलनाडु के चेन्नई में भारी बारिश और तेज़ हवाओं के कारण घर और सड़कें जलमग्न हो गईं और पेड़ उखड़ गए।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह चक्रवात ‘ मिगजौम ’ के कारण प्रभावित होने वाले राज्यों की हर संभावता सहायता करे। खरगे और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे चक्रवात प्रभावित राज्यों में लोगों को मदद मुहैया कराएं।
पांच दिसंबर की शाम से अगले 12 घंटों तक हवा की गति 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 60 किलोमीटर प्रति घंटे हो जाएगी। मछुआरों को 4-6 दिसंबर के दौरान ओडिशा तट के आसपास गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
IMD ने छह दिसंबर को गंजम, गजपति, पुरी, नयागढ़, खुर्दा, कटक, जगतसिंहपुर, कंधमाल, कोरापुट, मलकानगिरी और रायगड़ा जिलों में एक या दो स्थानों के लिए भारी बारिश का ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। आईएमडी ने तूफानी मौसम की स्थिति की भी चेतावनी दी थी, जिसमें चार दिसंबर की शाम से गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में ओडिशा तट के साथ-साथ 35-45 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार में हवा चल सकती है और इसके धीरे-धीरे आगे बढ़ने की संभावना है।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) सत्यब्रत साहू ने कहा कि अधिकारियों ने पांच दक्षिणी जिलों - मलकानगिरी, कोरापुट, रायगड़ा, गजपति और गंजम में बचाव कार्यों के लिए ओडीआरएएफ (ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल) की पांच टीम और दमकल सेवा विभाग की आठ टीम को तैनात किया है।
IMD के अनुसार, अगले चार घंटों के दौरान एक गंभीर चक्रवात के रूप में यह तूफान बापटला के करीब से होकर आगे जाएगा। इसकी गति 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी।
IMD ने बताया कि सोमवार की शाम से ओडिशा के मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, गंजम और गजपति जिलों में बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने कहा कि सोमवार की शाम साढ़े पांच बजे से मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे के बीच गजपति में 8.5 मिलीमीटर बारिश हुई, इसके बाद कोरापुट में 8.3 मिलीमीटर, गंजाम में 3.9 मिलीमीटर, मलकानगिरी में 2.5 मिलीमीटर और रायगढ़ा में 1.5 मिलीमीटर बारिश हुई। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने सोमवार को कहा था कि चक्रवात का ओडिशा पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन मंगलवार को पूर्वी राज्य में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है।
गंभीर चक्रवात ‘मिगजौम’ के प्रभाव से मंगलवार को ओडिशा के दक्षिणी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश जारी है। कुछ घंटों में चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश के नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच तटों पर पहुंचने की संभावना है।
IMD ने बताया कि तूफान के उत्तर की ओर लगभग समानांतर और दक्षिण आंध्र प्रदेश तट के करीब बढ़ने तथा नेल्लोर एवं मछलीपट्टनम के बीच बापटला के पास दक्षिण आंध्र प्रदेश के तट से मंगलवार दोपहर को गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में गुजरने की संभावना है। इस दौरान 90-100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है।
आईएमडी के ताजा बुलेटिन के अनुसार, दक्षिण आंध्र प्रदेश और निकटवर्ती उत्तरी तमिलनाडु तटों के पास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर गंभीर चक्रवाती तूफान ‘मिगजॉम’ पिछले छह घंटों में सात किलोमीटर प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है। यह भारतीय समयानुसार सोमवार देर रात ढाई बजे नेल्लोर से 20 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व, चेन्नई से 170 किलोमीटर उत्तर, बापटला से 150 किलोमीटर दक्षिण और मछलीपट्टनम से 210 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था।
IMD के ताजा बुलेटिन में बताया गया है कि तटीय आंध्र प्रदेश में अधिकतर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होती रहेगी। तटीय आंध्र प्रदेश और यानम में मंगलवार को दूर दराज के स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है। इसके अतिरिक्त पांच दिसंबर को उत्तरी तटीय एवं निकटवर्ती दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में एक या दो स्थानों पर असाधारण रूप से भारी वर्षा होने की संभावना है।
PTI के अनुसार, चेन्नई के कुछ हिस्सों के निवासियों ने मंगलवार तड़के से बारिश नहीं होने की सूचना दी और बताया कि उनके क्षेत्रों में बिजली सेवाएं बहाल कर दी गई हैं, लेकिन शहर में रेल सेवा निलंबित है।