Weather forecast today, Cyclone Fani News Updates: फणी तूफान ओडिशा में तबाही मचाने के बाद पश्चिम बंगाल पहुंच चुका है। चक्रवात फणी के कारण राजधानी कोलकाता में सुबह-सुबह भारी बारिश हुई। तेज हवाएं चलने से कई जगह पेड़ उखड़ गए। चक्रवात राज्य के खड़गपुर को पार कर गया है। इस तूफान के अब बांग्लादेश में पहुंचने का अनुमान है।
बांग्लादेश के दक्षिणपश्चिम जिलों में रह रहे पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बांग्लादेश में मौसम विभाग के प्रवक्ता उमर फारुक ने कहा कि चक्रवात के ‘‘खुलना तटरेखा के जरिये बांग्लादेश में प्रवेश करने’’ की अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग ने ‘फणि’ को बेहद गंभीर चक्रवातीय तूफान बताया है।इसे दशक का सबसे भीषण चक्रवात कहा जा रहा है।
इससे पहले फणी तूफान सुबह करीब साढ़े आठ बजे ओडिशा के पुरी तट से टकराया। राज्य में 8 लोगों को मौत हो गई। यहां कई मकानों को बुरी तरह नुकसान पहुंचा। हजारों पेड़ और बिजली के खंभे सड़क पर गिर गए। तूफान घरों की छत तक उड़ा ले गया। कुछ इलाकों में पानी भी भर गया। रिपोर्ट के मुताबिक तूफान जब पुरी के समुद्री तट से टकराया तब हवा की रफ्तार 175 किलोमीटर प्रति घंटा थी। कुछ स्थानों पर हवा की रफ्तार 200 किमी प्रति घंटा तक जा पहुंची।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के डीआईजी रणदीप राणा ने कहा कि एहतियात बरतने की वजह से अब तक अधिक लोगों के हताहत होने की खबर नहीं है। राज्य प्रशासन ने चक्रवात से दो दिन पहले करीब 10,000 गांवों और 52 शहरी इलाकों से करीब 11 लाख लोगों को हटा लिया था जो देश में प्राकृतिक आपदा के समय संवेदनशील जगहों से लोगों को निकालने का संभवत: अब तक का सबसे विशाल स्तर पर किया गया बचाव कार्य है। ये सभी लोग 4,000 से अधिक शिविरों में ठहरे हुए हैं जिनमें से विशेष रूप से चक्रवात के लिए बनाए गए 880 केंद्र शामिल हैं।
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Cyclone Fani: सà¥à¤•ूल बस को हवा में ले उड़ा तूफान, देखिठफानी का सबसे खतरनाक वीडियो
फणी तूफान से हुई तबाही के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से बातचीत की। पीएन में ओडिशा को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। पीएम ने कहा कि पूरा देश चक्रवात प्रभावित लोगों के साथ मजबूती के साथ खड़ा है।
फणि तूफान के मद्देनजर ऐहतियातन बंद किए गए कोलकाता एयरपोर्ट से उड़ाने सुबह 8 बजे से शुरू हो जाएंगी। ओडिशा में भी दोपहर 1 बजे से उड़ाने शुरू होंगी।
बंगाल के दीघा और आसपास के इलाकों में 125 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। कोलकाता हवाई अड्डे को शुक्रवार दोपहर तीन बजे से लेकर शनिवार सुबह आठ बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है। नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने उड्डयन सचिव को प्रभावित इलाकों की स्थिति पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जब भी जरूरत पड़े डीजीसीए (नागरिक उड्डयन महानिदेशालय) एअरलाइंस कंपनियों को नई एडवाइजरी जारी करे।
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची की सूचना है कि 3 मई के अपराह्न से 4 मई तक चक्रवाती तूफान ‘फानी’ से झारखंड राज्य के सभी जिलों में 40-60 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं और तेज बारिश के साथ आसमानी बिजली गिर सकती है। इस बीच आज मेदिनीनगर में पलामू के हुसैनाबाद में सजवान गांव में तूफानी हवा के चलते एक कच्चे मकान की दीवार गिरने से उसके नीचे दबकर मुन्नी कुमारी नामक एक महिला की मौत हो गई।
देश के पूर्वी समुद्री इलाके में बड़ी संख्या में तेल एवं गैस प्रतिष्ठान हैं। यहां तीन रिफाइनरियां और कई तेल गैस खोज के रिग काम कर रहे हैं। ओडिशा में पारादीप बंदरगाह और आंध्र प्रदेश में विशाखापट्टनम को बंद कर दिया गया है। जहाजों को नुकसान से बचाने के लिये सुरक्षित क्षेत्रों में लाया गया है। हालांकि, रिफाइनरी सामान्य रूप से काम कर रही हैं।
ओडिशा में फानी चक्रवात के चलते तकरीबन 8 लोगों के मारे जाने की खबर है। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि सरकार के मुताबिक, तूफान की चपेट में आकर लगभग 160 लोग घायल हो गए, जिसमें कूचा घरों, पुरानी इमारतों और अस्थायी दुकानों को व्यापक नुकसान हुआ। पुरी में एक पेड़ गिरने से एक किशोर की मौत हो गई, जबकि एक ठोस संरचना से मलबा उड़ने से नयागढ़ में एक महिला की मौत हो गई। केंद्रपाड़ा जिले में एक आश्रय स्थल पर एक वृद्ध महिला की दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई।
भारतीय मौसम विभाग ने ‘फानी’ को 'बेहद गंभीर चक्रवातीय तूफान' बताया है।मौसम विभाग के प्रवक्ता उमर फारुक ने कहा कि चक्रवात के 'खुलना तटरेखा के जरिये बांग्लादेश में प्रवेश करने' की संभावना है और 'दक्षिण पश्चिम तटीय जिलों में तबाही मचाने के बाद' देश को पार करने में इसे पूरी रात का समय लगेगा।
बिजली उपकरण बनाने वाली कंपनियों के संगठन आईईईएमए ने शुक्रवार को कहा कि वह ओड़िशा में तूफान प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बहाल करने में मदद करेगा। चक्रवात फोनी शुक्रवार को ओडिशा तट से टकराया। इससे भारी बारिश हो रही है और हवा 175 किलोमीटर तक की रफ्तार से चल रही है।
ओडिशा के स्टेट स्पेशल रिलीफ कमिश्नर बीपी सेठी ने शुक्रवार (3 मई, 2019) को कहा कि तूफान की वजह से तीन लोगों की मौत हुई है। इसमें बुजुर्ग शख्स की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई। इसके अलावा अन्य दो लोग चेतावनी के बाद भी तूफान में गए। पेड़ गिरने से उनकी मौत हो गई। बता दें कि फानी तूफान अब बंगाल की तरफ बढ़ रहा है जहां बारिश शुरू हो गई है।
फानी तूफान की तबाही का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है। इसमें सड़क पर खड़ी एक स्कूल बस को तूफान हवा में ले उड़ा। इमारत बनाने वाली भारी क्रेन को भी तूफान ने जमीन पर गिराकर धराशाई कर दिया।
शुक्रवार को फानी तूफान का असर पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में खासा पड़ा है। यहां दीघा शहर में तूफान से पेड़ों को खासा नुकसान पहुंचा। तूफान फानी ने पहले ओडिशा के पुरी में खासी तबाही मचाई। इसकी वजह से अभी तक तीन लोग अपनी जान गवां चुके हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई ने तूफान की तस्वीरें भी जारी की है।
फानी तूफान को साल 1999 में आए सुपर सायक्लोन के बाद सबसे खतरनाक तूफान माना जा रहा है। शुक्रवार (3 मई, 2019) सुबह करीब साढ़े आठ बजे ये ओडिशा के पुरी तट से टकराया। इससे कई मकानों को बुरी तरह नुकसान पहुंचा। तूफान की वजह से हजारों पेड़ और बिजली के खंभे सड़क पर गिर गए। कुछ बस्तियों में पानी तक भर गया। रिपोर्ट के मुताबिक तूफान वक्त पुरी के समुद्री तट से टकराया तब हवा की रफ्तार 175 किलोमीटर प्रति घंटा थी।
चक्रवाती तूफान फानी ओडिशा में तबाही मचाने के बाद पश्चिम बंगाल पहुंच चुका है। दीघा की तरफ से तेज हवाएं राज्य में बह रही हैं। उनकी स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा है। तटवर्ती इलाकों में भारी बारिश भी हो रही है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दो दिन के लिए अपनी सभी सभाएं स्थगित कर दी हैं। तूफान की वजह से कोलकाता में शनिवार सुबह 8 बजे तक विमानों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
1999 में आए सुपर सायक्लोन के बाद सबसे खतरनाक तूफान माना जा रहा फानी शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे ओडिशा के पुरी तट से टकराया। इससे कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। हजारों पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। निचली बस्तियों में पानी भर गया। जिस वक्त तूफान पुरी तट से टकराया, हवा की रफ्तार 175 किमी/घंटे थी। कुछ स्थानों पर यह 200 किमी/घंटे तक पहुंची। इस बीच तीन लोगों की मौत हो गई है।
तटीय इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है और मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है। सभी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, निजी और सरकारी कार्यालय एहतियाती तौर पर बंद रहेंगे।
फनी को अबतक का सबसे खतरनाक चक्रवाती तूफान कहा जा रहा है। साल 1999 के सुपर चक्रवात में 10,000 लोगों की जान चली गई थी और उसने ओडिशा में जमकर तबाही मचाई थी।
पीएम मोदी ने चक्रवात फनी से प्रभावित राज्यों को सहायता के रूप में 1,000 करोड़ रूपए की राशि देने की घोषणा की।
फैनी तूफान की वजह से चुनाव आयोग ने आंध्रप्रदेश के चार जिलों- पूर्व गोदावरी, विशाखापट्टनम, विजियानाग्राम और श्रीकाकुलम से आचार संहिता हटा ली। यह फैसला राहत कार्यों में आने वाली संभावित अड़चनों की वजह से किया गया।
ओडिशा में ऑरेंज अलर्ट लगाया है। 150 से भी ज्यादा ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। मुख्य मंत्री पटनायक ने लोगों से घरों के अंदर ही रहने की अपील की है।
चक्रवात फानी से उड़ीसा में दो लोगो की मौत हो गई है। तटीय ओडिशा में राहत के प्रयास पहले से ही चल रहे हैं। अधिकारियों ने सड़कों से उखड़े हुए पेड़ों को हटा दिया है और डॉक्टरों ने घायलों का चेक-अप आदि करना शुरू कर दिया है।
पूर्वांचल के जिलों में मौसम खराब होने की खबर है। चंदौली जिले में चक्रवात से चार लोगों के मरने की खबर है। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है।
पिछले 43 सालों में अप्रैल माह में भारत के पड़ोसी समुद्री क्षेत्र में उठा इतनी तीव्रता का यह पहला तूफान है। 160 मिली लीटर से ज्यादा बारिश भुवनेश्वर में अभी तक हो चुकी है। हजारों पेड़ उखड़ गए हैं। कच्चे घरों को काफी नुकसान पहुंचा है।
मौसम विभाग के मुताबिक तूफान फानी आंध्र प्रदेश से दूर चला गया है। राज्य के 3 जिले भारी वर्षा से प्रभावित हुए हैं।
ओडिशा में एहतियात के तौर पर चक्रवात फानी के आने से पहले 1,000 से अधिक गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में भेजा गया
फानी तूफान का कहर जारी है। इस बीच खबर आ रही है कि यह चक्रवाती तूफान ओडिशा से आगे बढ़ गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने फानी चक्रवाती तूफान के मद्देनजर अपने सभी कार्यक्रम दो दिनों के लिए रद्द कर दिए हैं। आज वह तटीय क्षेत्र के पास खड़गपुर में रुकेंगी और कल और परसों स्थिति का स्वयं जायजा लेंगी।
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के निदेशक एच आर बिस्वास ने कहा, ''चक्रवात सुबह करीब आठ बजे पुरी तट पर पहुंचा और चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया पूरी होने में करीब तीन घंटे का समय लगेगा।''
अतिरिक्त राहत सामग्री, मेडिकल टीमें और गोताखोरी टीमें 2 मई को सड़क मार्ग से विशाखापत्तनम से ओडिशा स्थानांतरित कर दी गई हैं। तट पर बचाव अभियान में सहायता के लिए और हवाई सर्वेक्षण करने के लिए विमानों को अतिरिक्त तैनात रखा गया है। बचाव कार्य में शामिल होने और एयर ड्रॉप गिराने के लिए हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है।
एयर इंडिया रेडियो ने एक ट्वीट में कहा, पुरी, खुर्दा, भुवनेश्वर, जगतसिंहपुर में भारी तबाही हो रही है। चक्रवात का असर आज शाम तक रहेगा।
विस्तारा एयरलाइंस ने 03 मई को भुवनेश्वर जाने वाली अपनी सभी फ्लाइट्स रद्द कर दी हैं।
ईस्ट कोस्ट रेलवे (ECoR) ने एक बयान जारी कर कहा कि अकेले ओडिशा में 103 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। स्थिति को ध्यान में रखते हुए, ECoR ने आज चार और ट्रेनें रद्द कर दीं। जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है उनमें भुवनेश्वर-बंगीरिपोसी एक्सप्रेस (12891), राउरकेला से कामाख्या (18117), सिकंदराबाद-कामाख्या एक्सप्रेस (07149) और संतरागाछी से चेन्नई (02841) की विशेष ट्रेन शामिल हैं। रेलवे ने दक्षिण मार्ग पर चलने वाली कई ट्रेनों को भी डायवर्ट किया है। रेलवे ने ओडिशा में लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए तीन विशेष ट्रेनों में सेवा प्रदान की है।
पुरी के समुद्र तटीय तीर्थ नगरी और अन्य स्थानों में बड़े क्षेत्र पानी से डूबे हुए हैं क्योंकि भारी बारिश ने राज्य के पूरे तटीय क्षेत्र को नुकसान पहुँचाया है। भुवनेश्वर सहित कुछ स्थानों पर कई पेड़ उखड़ गए और इमारतें ध्वस्त हो गई हैं।
फानी तूफान जल्द पुरी से टकराने वाला है। ताजा खबर मिली है कि तूफान का असर उड़ीसा के 14 जिले पर पड़ेगा। गोपालपुर और चांदबाला समेत कई जिलों में भीषण बारिश हो सकती है।