प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चक्रवाती तूफान फणी से हुए नुकसान के रिव्यू के लिए हवाई सर्वेक्षण करने पश्चिम बंगाल जाना चाहते थे लेकिन ममता सरकार ने इजाजत नहीं दी। यही नहीं तूफान के बाद हुए नुकसान को लेकर होने वाली रिव्यू मीटिंग से भी ममता सरकार ने इनकार कर दिया।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि पश्चिम बंगाल सरकार को रिव्यू मीटिंग के लिए पत्र लिखा था। पीएम तूफान पर मीटिंग लेने वाले थे। पत्र पर राज्य सरकार ने जवाब दिया कि उनके अधिकारी चुनावी प्रक्रिया में व्यस्त हैं इसलिए रिव्यू मीटिंग नहीं हो सकती। ममता ने पीएम से फोन पर बात तक नहीं की।
सोमवार (6 मई 2019) सुबह प्रधानमंत्री ओडिशा पहुंचे और तूफान की वजह से हुए नुकसान का मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के साथ हवाई सर्वेक्षण किया। फणी तूफान शुक्रवार (3 मई 2019) को ओडिशा के पूरी तटीय क्षेत्र से टकारया था इस दौरान 200 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। तूफान की वजह से पुरी में तेज बारिश और आंधी भी आई। फणी तूफान के चलते दक्षिण भारत के साथ देश के कई अन्य राज्यों की भी अलर्ट पर रखा गया था।
तूफान में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि 160 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। इसके बाद तूफान ने पश्चिम बंगाल की तरफ रुख किया और राज्य में भारी तबाही मचाई लेकिन इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। इसके बाद तूफान बांग्लादेश की चला गया।